पीएम मोदी के बाद अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ली कोरोना वैक्सीन की पहली डोज, फिर कहा…

केंद्र ने यह भी कहा है कि अस्पताल राज्य सरकारों के परामर्श से अपने टीकाकरण सत्रों का विस्तार कर सकते हैं, और यह कि सत्र को शाम 5 बजे तक सीमित करना अनिवार्य नहीं है।

 

इसके अलावा, राज्यों और अस्पतालों से कहा गया है कि वे टीकाकरण स्लॉट को 15 दिनों से एक महीने के लिए खोलें। वर्तमान में सह-विन पोर्टल पर आवेदन करने वाले लाभार्थी केवल एक सप्ताह के लिए स्लॉट पा सकते हैं।

टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण के सोमवार से शुरू होने के बाद से कोविड-19 टीकाकरण के लिए पंजीकरण करने वाले 50 लाख से अधिक लाभार्थियों के साथ और देश के कई हिस्सों में भीड़भाड़ के कारण केंद्र ने मंगलवार को राज्यों को अपने निजी अस्पतालों का उपयोग करने का निर्देश दिया। टीकाकरण अभ्यास के लिए सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत समान नहीं हैं।

राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्वज्ञान संस्थान के प्रमुख डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से ग्रस्त 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होने के पहले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टीके की पहली खुराक लेने से लोगों के मन में टीके के प्रति किसी भी तरह की हिचक दूर हो जानी चाहिए।

देश में कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने को कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण आज यानी एक मार्च से शुरू हो गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन की पहली खुराक ली। उन्होंने लोगों से भी कोरोना का टीका लगवाने की अपील की। बता दें कि पीएम मोदी ने भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन की पहली डोज ली है। नई दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में काम करने वाली पुडुचेरी की नर्स पी निवेदा ने प्रधानमंत्री मोदी को स्वदेशी कोवैक्सिन की डोज लगाई है।

देश में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona vaccination) का दूसरे चरण की शुरूआत एक मार्च से हो चुका है। इस चरण में आम लोगों समेत कई विशिष्ठ लोगों ने भी कोरोना वैक्सीन का डोज लिया है.

पहले दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने वैक्सीने लगवाया था, अब पीएम मोदी के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज दिल्ली के आरआर हॉस्पिटल में वैक्सीन की पहली डोज ली।