भारत के बाद अब इस देश ने चीन को दिया ये बड़ा झटका, दागी मिसाइल और…

नई सरकार को चाइना के बहुत ज्यादा करीब समझा जाता है. ऐसे में नयी सरकार के विरूद्ध आम लोग विरोध करने लगे व सड़क पर उतर आए. इसके अतिरिक्त चाइना के करीब होने की वजह से अमरीका ने भी थाईलैंड पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए.

 

बहुत ज्यादा दबाव बढ़ता देख थाईलैंड सरकार ने चाइना को पनडुब्बियों की खरीदी के लिए एडवांस में दिए जाने वाले की अपनी योजना को वापस ले लिया.

इससे पहले हिंदुस्तान ने लद्दाख सीमा पर चीनी व भारतयी सैनिकों के बीच झड़प के बाद चाइना की कई परियोजनाओं को रद्द कर दिया था.

आपको बता दें कि थाईलैंड सरकार की कैबिनेट ने पहली पनडुब्बी खरीदने के लिए 2017 में अपनी मंजूरी दी थी. इसके लिए थाईलैंड चाइना को 434.1 मिलियन डॉलर की रकम देने वाला था. इस पनडुब्बी की डिलीवरी 2018 में होनी थी.

इसके साथ ही थाईलैंड चाइना से दो यूआन क्लास की एस26टी डीजल इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों को खरीदने वाला था, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है.

क्योंकि चाइना इन दोनों पनडुब्बियों के लिए 720 मिलियन डॉलर मांग रहा था. लेकिन थाईलैंड ने इन्कार कर दिया व बोला कि यह मूल्य बाजार रेट से बहुत ज्यादा अधिक है.

बता दें कि जून 2015 में थाईलैंड ने चाइना के साथ पनडुब्बियों की खरीदी को लेकर समझौता किया था. 2019 में सेना ने पीएम प्रायुत चान-ओ-चा को सत्ता से बेदखल कर दिया.

जहां हिंदुस्तान ने चाइना को झटका दिया है, वहीं थाईलैंड ने भी चाइना को करारा झटका दिया है. दरअसल, साउथ चाइना सी में चाइना की बढ़ती आक्रमकता के विरूद्ध थाईलैंड ने बड़ा निर्णय लेते हुए चाइना से 2 पनडुब्बियों ( Submarines Deal ) को खरीदे जाने की योजना को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है. बताया जा रहा है कि थाइलैंड सरकार ने लोगों के विरोध के बावजूद यह निर्णय लिया है.

सीमा टकराव को लेकर भारत-चीन के बीच लगातार तकरार बढ़ता ही जा रहा है व अब हिंदुस्तान ने एक बार फिर से डिजिटल हड़ताल करते हुए चाइना को बड़ा झटका दिया है. हिंदुस्तान ने पबजी समेत 118 मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया.