लॉकडाउन

लॉकडाउन के चलते 75% महंगा हुआ ये और शराब पर भी उत्तर प्रदेश सरकार ने….

लॉकडाउन के कारण अप्रैल में उत्तर प्रदेश सरकार का रेवेन्यु कलेक्शन बहुत कम हुआ है। सालाना टारगेट का मात्र 1.2 फीसद कर राजस्व ही सरकार को मिला है। सूत्रों के मुताबिक, अब राजस्व में भारी कमी को देखते हुए राज्य सरकार, शराब की दुकानें खोलने के साथ ही शराब पर अतिरिक्त कोरोना शुल्क लगाने की तैयारी में है।

लॉकडाउन में शराब

 

प्रदेश में यदि कोरोना शुल्क लगाने का फैसला हुआ तो शराब डेढ़ गुने से अधिक महंगी हो सकती है। सरकार का मानना है कि शराब महंगी करने का उसे विरोध भी नहीं झेलना पड़ेगा और कमाई भी बढ़ जाएगी।

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने शराब से 37500 करोड़ रुपये की कमाई का सालाना लक्ष्य तय कर रखा है।दिल्ली के बाद आंध्र प्रदेश ने भी शराब महंगी कर दी है।

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जानकारी के मुताबिक, यहां शराब की कीमतो में 75 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई है। इससे पहले दिल्ली ने शराब की बोतल की एमआरपी पर 70 फीसदी टैक्स लगाया है।

वहीं खबर है कि Uttar Pradesh में भी शराब के साथ ही पेट्रोल और डीजल पर कोविड-19 टैक्स वसूलने की तैयारी की जा रही है।

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कहा जा रहा है कि कोविड-19 के मद्देनजर लॉकडाउन के चलते उप्र सरकार की कमाई को तगड़ा झटका लगा है। ऐसे में प्रदेश सरकार, दिल्ली की तरह यहां भी शराब पर विशेष कोरोना शुल्क लगा सकती है। वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए Petrol Diesel पर भी जल्द टैक्स बढ़ाने की तैयारी है।