गंगा की लहरों और शिवलिंग की आकृति के आधार पर तैयार किया जाएगा नए टर्मिनल भवन

मां गंगा और शिवलिंग की महत्ता को देखते हुए लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बनाए जाने वाले नए टर्मिनल भवन को गंगा की लहरों और शिवलिंग की आकृति के आधार पर तैयार किया जाएगा। इसको लेकर डिजाइन तैयार होने के बाद शुक्रवार को शहर के एक होटल में एयरपोर्ट यूजर कंसल्टेटिव कमेटी की बैठक की गई। बैठक में सभी एजेंसियों ने नए टर्मिनल भवन के प्रारूप की सराहना की और कुछ आवश्यक बदलावों पर भी चर्चा की। अधिकारियों का कहना है की नया टर्मिनल भवन 2024 में बनकर तैयार हो जाएगा।

एयरपोर्ट पर लगातार विमान यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। इसको देखते हुए नए टर्मिनल भवन की आवश्यकता बढ़ गई है। इसे ध्यान में रखते हुए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा नए टर्मिनल भवन की डिजाइन गंगा की लहरों और शिवलिंग के रूप में कराई गई। डिजाइन तैयार हो जाने के बाद शुक्रवार को शहर के एक होटल में 11 बजे से दो बजे तक एयरपोर्ट यूजर कंसल्टेटिव कमेटी की बैठक की गई। कमेटी में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण केंद्रीय मुख्यालय से उच्च अधिकारियों की टीम, भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की), ऑयल कंपनी, ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी व एयरलाइंस के साथ ही अन्य एजेंसियों के कुल 45 सदस्य शामिल रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य नए टर्मिनल को बनाए जाने के प्रारूप को लेकर चर्चा और उसमें बदलाव किए जाने का है। सभी सदस्यों द्वारा इस पर स्वीकृति मिल चुकी है।

वर्तमान टर्मिनल होगा इंटरनेशनल और नया होगा डोमेस्टिक

नया टर्मिनल बनाए जाने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा 948 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। इसमें कुल चार किस्तों में निर्माण करने वाली कंपनी को भुगतान किया जाएगा। 2020-21 में 150 करोड़, 21-22 में 300 करोड़, 22-23 में 300 करोड़ व 23-24 में 198 करोड़ भुगतान किया जाएगा। इस तरह 2024 में नया टर्मिनल बनकर तैयार हो जाएगा। नया टर्मिनल बन जाने के बाद वर्तमान टर्मिनल भवन को इंटरनेशनल यात्रियों के आवागमन के लिए रखा जाएगा। जबकि नए टर्मिनल में घरेलू यात्रियों काआवागमन होगा। नया टर्मिनल भवन 58,691 स्क्वायर मीटर में तैयार किया जाएगा। इसमें साल भर में 45 लाख से अधिक यात्रियों का आवागमन हो सकेगा। टर्मिनल भवन में अत्याधुनिक चेक इन काउंटर, आइरिस स्कैनिंग और इंट्री सिस्टम, इन लाइन एक्सरे सिस्टम, सेल्फ चेकिंग कियास्क, इमीग्रेशन चेकिंग काउंटर, कस्टम चेकिंग काउंटर, एस्केलेटर एलिवेटर सहित कई अत्याधुनिक सुविधाएं रहेंगी। इस बारे में वाराणसी एयरपोर्ट के निदेशक आकाशदीप माथुर ने कहा कि गंगा की लहरों और शिवलिंग की आकृति में नया टर्मिनल बनवाया जाएगा। टर्मिनल बनाने को लेकर एयरपोर्ट यूजर कंसल्टेटिव कमेटी की बैठक शुक्रवार को की गई। अगले साल निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा।