एक ऐसी भैंस जिसने उड़ा दी पुलिस की नींद, लाखो रूपए हुए बर्बाद

इंसानों के किडनैपिंग  फिरौती के लिए कुख्यात चंबल आजकल दूसरे तरह के क्राइम को लेकर चर्चा में है. यहां लोगों के साथ भैंसों के किडनैपिंग  फिरौती वसूलने की लगातार बढ़ती वारदातों ने पुलिस की नींद उड़ा दी है. मध्यप्रदेश के भिंड-मुरैना में इसे लोकल भाषा में पनिहाई बोला जाता है.

पनिहाई भैंस की मूल्य का 30 प्रतिशत तक होता है. मवेशी चोर मध्यस्थों के जरिए एकमुश्त रकम लेकर चोरी गई भैंस को उसके मालिक तक पहुंचा देते हैं. मवेशी चोरों का आतंक इतना है कि पुलिस भी उनके सामने बेवस नजर आ रही है.

सबकुछ पता होने के बावजूद सामाजिक प्रतिरोध के कारण पुलिस प्रभावी कार्रवाई तक नहीं कर पाती है. जिस कारण चंबल के इलाके में यह धंधा जोरों पर है. जब भी पुलिस दबिश देने के लिए गांव में घुसने का कोशिश करती है, लोकल लोग प्रतिरोध में खड़े हो जाते हैं.

बिना पनिहाई के नहीं मिलती है भैस
चंबल के इलाके में भैंस चोरी हो जाने के बाद से ही मध्यस्थों के जरिए घर वापसी की कोशिशें प्रारम्भ हो जाती है. चूंकि आजकल भैंसों के दाम भी औसतन 50 हजार से लेकर लाख रुपये तक होते हैं. चोरों को पनिहाई के रूप में मोटी राशि मिल जाती है. जिसकी भैंस चोरी जाती है वह सामाजिक अपमान के भय से पुलिस में केस दर्ज नहीं कराते. इसलिए, क्राइम में लगातार वृद्धि देखी जा रही है.