कौन हैं बेन ग्वीर? युद्धविराम समझौते के विरोध में जिनके इस्तीफे से नेतन्याहू सरकार पर मंडराने लगा खतरा
इस्राइल-हमास के बीच युद्धविराम समझौते के विरोध में इस्राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के मंत्री इटमार बेन ग्वीर ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे से युद्धविराम समझौते को कोई खतरा नहीं है, लेकिन यह नेतन्याहू के सत्तारूढ़ गठबंधन को कमजोर कर रहा है। अगर अन्य दक्षिणपंथी सांसदों ने भी ग्वीर से प्रेरित होकर सरकार का साथ छोड़ दिया तो प्रधानमंत्री नेतन्याहू संसदीय बहुमत खो देंगे। इससे सरकार को शीघ्र चुनाव के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
ग्वीर क्यों कर रहें युद्धविराम समझौते का विरोध?
युद्धविराम से युद्ध रुक जाएगा और गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों की रिहाई होगी। बेन ग्वीर इस युद्धविराम समझौते का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि बदले में इस्राइल को सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा। इसके अलावा मिस्र के साथ गाजा के दक्षिणी सीमा से सेनाओं को वापस बुलाना होगा। इससे गाजा पर हमास का दबदबा होगा।
इस्तीफा देने के साथ बेन ग्वीर ने युद्धविराम समझौते को जल्दबाजी बताया। उन्होंने कहा यह इस्राइल की सभी उपलब्धियों को नष्ट कर देगा। ग्वीर ने इस्राइल के सबसे संवेदनशील पवित्र स्थल यरुशलम का पिछले महीने समेत कई बार दौरा किया। जुलाई में ऐसी ही एक यात्रा के दौरान उन्होंने बताया कि वे बंधकों की वापसी के लिए प्रार्थना करने आए थे।