Utter Pradesh

बंद कराई गईं दुकानें; प्रदर्शनकारियों को फिर हटाने का हो सकता है प्रयास

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के निर्णय को लेकर अभी भी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। रातभर छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रतियोगी छात्रों ने भी अपना एक नारा गढ़ लिया है। बेमियादी धरने पर बैठे छात्रों का नारा है, ‘न बटेंगे न हटेंगे।’ इस नारे वाले हजारों पर्चे छात्रों के बीच वितरित किए गए। इसके अलावा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत के खिलाफ नारेबाजी और उनके पोस्टर लहराया जा रहा है।

छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने आयोग के आसपास की सारी दुकानें बंद कर दी हैं। छात्रों को आयोग के सामने से हटाने के लिए पुलिस कुछ देर में फिर प्रयास कर सकती है। आंदोलन को खत्म करने का आयोग और प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है।

क्या है छात्रों की मांग?
छात्रों ने ‘न बटेंगे न हटेंगे’ इस नारे के जरिये आयोग को संदेश भेजा है कि जब तक दो दिन परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त करने का नोटिस जारी नहीं किया जाएगा, तब तक छात्र धरना स्थल से हटने वाले नहीं हैं। धरना स्थल पर छात्रों ने हाथों में कई तख्तियां भी ले रखीं थीं, जिन पर नारे लिखे थे। छात्र इन नारों के जरिये आयोग के निर्णय के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे।

मायावती का सरकार पर निशाना
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पीसीएस तथा आरओ-एआरओ की भी प्रारंभिक परीक्षा-2024 एक समय में कराने में विफलता को लेकर आक्रोशित छात्रों पर पुलिस कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति की खबर का व्यापक चर्चा में रहना स्वाभाविक है।

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