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अंतिम संस्कार के लिए शव लाए जाने पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, पुलिस वाहन में की तोड़फोड़

कोलकाता:  कोलकाता में डॉक्टर रेप केस का गुस्सा नही थमा था कि पश्चिम बंगाल में एक बार फिर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। हाल ही में, दक्षिण 24 परगना जिले में 10 साल की बच्ची का कथित तौर पर दुष्कर्म और हत्या कर दी गई थी। मंगलवार को अंतिम संस्कार के लिए जब कुलताली में बच्ची का शव लाया गया तो लोगों का गुस्सा फूट गया। हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने सड़कों को जाम कर दिया और पुलिस वाहन में तोड़फोड़ कर दी।

क्या है मामला?
पांच अक्तूबर को कक्षा चार की छात्रा ट्यूशन पढ़ने गई थी। जब बच्ची रात आठ बजे तक घर नहीं लौटी तो परिवार ने सब जगह तलाश की। बच्ची का जब कुछ पता नहीं लगा तो पुलिस को शिकायत दी गई। बाद में उसका शव नहर से मिला। कथित तौर पर बच्ची का दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। शव को कोलकाता के कांटापुकुर मुर्दाघर ले जाया गया और फिर कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार पोस्टमार्टम के लिए सोमवार सुबह नादिया जिले के कल्याणी के जेएनएम अस्पताल ले जाया गया।

हजारों संख्या में जुटे ग्रामीण
जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल अस्पताल से सोमवार रात लड़की का शव मिलने के बाद हजारों ग्रामीणों ने कुलताली के कृपाखली मोड़ पर विरोध-प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं ने सुरक्षा की चिंता को लेकर सवाल उठाया। पुलिस के मौके पर पहुंचते ही उन्होंने ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे लगाने शुरू कर दिए।

पुलिस चौकी की ओर मार्च करने की कोशिश
एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार सुबह प्रदर्शनकारियों ने शव लेकर महिष्मारी पुलिस चौकी की ओर मार्च करने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद वे कृपाखाली में एक घाट पर गए, जहां बच्ची के दाह संस्कार का इंतजाम किया जा रहा था। मगर, सड़क जाम कर रहे कुछ प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और उन्होंने पुलिस के वाहन पर पथराव किया, जिसमें एक वरिष्ठ अधिकारी बैठे थे।

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