
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति के विधायकों ने सोमवार राज्य कांग्रेस प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल के उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से की थी। इसके बाद विधायकों ने सपकाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। राज्य विधानपरिषद में इस मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा हुआ और बाद में कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले सपकाल ने रविवार को कहा था, ‘औरंगजेब एक क्रूर शासक था। आज मुख्यमंत्री फडणवीस भी उतने ही क्रूर शासन हैं। वह हमेशा धार्मिक मुद्दों का सहारा लेते हैं, लेकिन (बीड़) के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या जैसे मामलों में कुछ नहीं करते। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता प्रवीण दारेकर ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राज्य को कुशलता से चला रहे हैं, उनकी औरंगजेब से तुलना करना न केवल बेहद निंदनीय है, बल्कि यह महाराष्ट्र का अपमान भी है।’
सपकाल के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए: दारेकर
दारेकर ने यह भी मांग की कि सपकाल के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि एक मिसाल पेश की जा सके। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अमोल मिटकरी ने भी सपकाल के बयान की निंदा की। विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने व्यक्तिगत हमलों की निंदा की, लेकिन सरकार पर औरंगजेब जैसी मानसिकता का आरोप भी लगाया।
सपकाल ने ऐसा कोई बयाय नहीं दिया: कांग्रेस
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के विधायक शशिकांत शिंदे ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए, जबकि कांग्रेस नेता भाई जगदाप ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सपकाल ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया था। राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने सदन में आश्वासन दिया कि सरकार सपकाल के आपत्तिजनक बयान को गंभीरता से लेकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर विचार करेगी।