26 साल की आयुर्वेदिक डॉक्टर की चाइनीज मांझे से गला कटने से मौत

महाराष्ट्र के पुणे में रविवार को 26 साल की आयुर्वेदिक डॉक्टर की चाइनीज मांझे से गला कटने से मौत हो गई। महिला डॉक्टर जब एक दोपहिया वाहन चला रही थी, तभी मांझे (पतंग का धागा) से उसका गला कट गया और उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद वह करीब मिनट तक सड़क पर पड़ी रही किसी ने उनकी मदद नहीं की। इस हादसे कि शिकारी हुई डॉक्टर का नाम कृपाली निकम बताया जा रहा है। निकम एक आयुर्वेदिक डॉक्टर थी जो पिंपल सौदागर में ओएनपी अस्पताल में प्रैक्टिस कर रही थी।

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जानकारी के मुताबिक, घटना कसारवाड़ी के नाशिक फटा फ्लाईओवर के ऊपर की है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर अपने स्कूटर पर पुणे से भोसरी जा रही थीं। शाम का लगभग पौने सात बजा था। अचानक मांझे से उनका गला कट गया और वह स्कूटर से गिर पड़ीं। उन्होंने मांझे को हटाने का काफी प्रयास किया लेकिन ज्यादा खून बह चुका था। वहां से गुजर रहे राहगीर सिद्धार्थ बोरवाके ने उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया।

सिद्धार्थ बोरवाके ने बताया कि, मंझा फंसते ही वह अपने बाइक से गिर गई। मैंने उनकी मदद की और उनके गले से मंझा निकालने की कोशिश कर रहा था। तब तक उनका काफी खून बह चुका था। अगर मदद के लिए कोई और रुकता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी। इस मामले में पुलिस ने एक्सीडेंटल डेथ की एफआईआर दर्ज करवाई है। इससे पहले फरवरी महीने में एक मीडिया हाउस के लिए काम करने वाली सुवर्णा मुजुमदार की मांझे की चपेट में आने से मौत हो गई थी। वे ऑफिस से घर आ रही थीं तभी यह हादसा हुआ था।

पिछले साल नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने देशभर में बिकने वाले चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगा थी। इसके बावजूद खुलेआम कई शहरों में मांझे बेचे जा रहे हैं। ट्रिब्यूनल का मानना था कि इस चाइनीज मांझे से कई पक्षी, जानवर और इंसान घायल हो जाते हैं और कई की मौत हो जाती है।