माँ बनने की ख़ुशी कही आपकी इस एक गलती की वजह से दब न जाये कार्य के बोझ तले

मां बनना एक सुखद अहसास होता है. मगर ये एक बड़ी जिम्मेदारी भी होती है. स्त्रियों के पास यूं ही कामों की लंबी लिस्ट होती है, मगर मां बनने के बाद ये  लंबी हो जाती है. ऐसे में चिड़चिड़ाहट हो सकती है. मगर तनाव लेने के बजाय अगर जिम्मेदारियों के बोझ को किस तरह हल्का किया जाए इस विचार करने की आवश्यकता है.

दूसरों की मदद लें

सभी कामों का बोझ अपने कंधों पर लेकर न चलें, इससे आपका चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है. जो कार्य घर का कोई दूसरा मेम्बर कर सकता हो या बाहर से आप करवा सकती हों तो उन कामों को छोड़ दें. जैसे कि आपके पास बाहर से लॉन्ड्री का विकल्प हो तो इसे चुनें, ताकि आप थोड़ा आराम महसूस करें  अपने परिवार के साथ समय बिता सकें. आप अपने बच्चों में भी छोटे-मोटे कार्य में आपकी मदद करने की आदत डाल सकती हैं.

योजना बनाकर चलें

दो घंटे से भी कम के समय में अपने बच्चे के लिए टिफिन बनाना, उन्हें तैयार करना  समय पर स्कूल बस में भेजना सरल कार्य नहीं होता. ऐसे में जाहिर है गुस्सा  तनाव भी होने कि सम्भावना है, मगर इसे कम करने के लिए प्रातः काल के लिए थोड़ी-बहुत तैयारी रात को ही कर लें. अपने बच्चे से एक घंटे पहले उठने की प्रयास करें, ताकि आप अपनी खिड़की पर बैठकर एक कप चाय पीकर शांति से अपने दिन की आरंभ कर सकें.

सूझबूझ  संयम से कार्य करें

जब आपको लगता है कि आपने सारा कार्य समाप्त कर दिया  चीजें अब नियंत्रण में हैं, अच्छा तभी आपका बच्चा  कोई वस्तु तोड़ देता है या फिर कोई नुकसान कर देता है. ऐसे में उस पर गुस्सा निकालने के बजाय आंखें बंद करके लंबी सांसे लें. कई बार चीजों को दूसरे नजरिए से देखना आपकी सहायता कर सकता है. सोच लीजिए कि कहीं आपका बच्चा वह वस्तु कैसे चलती है यह समझने की प्रयास कर रहा हो  तब ही उसके हाथ से वह वस्तु छूट गई हो. उन पर बरसने के बजाय यह जानने की प्रयास करें कि उन्होंने ऐसा जान-बूझ कर किया या गलती से ऐसा हो गया.

थोड़े समय के लिए छुट्टी लें

आप जितना ज्यादा कार्य को निपटाने की प्रयास करती हैं, उतनी ही कार्य के बेकार होने की आसार बढ़ जाती है. ऐसे में कम में ही खुशी तलाशने की प्रयास करें. ऐसे कामों से अपने दिन की योजना न बनाएं, जिन्हें आप एक साथ नहीं संभाल सकतीं. महीने में कुछ दिन ऐसे तय करें, जब आप खाना नहीं बनाएंगी या फिर रोजमर्रा के कार्य नहीं करेंगी. यानी कि एक दिन आपकी छुट्टी का हो. बच्चों को खुद ही कुछ कार्य करने का मौका दें, फिर चाहे वे उसमें कितनी ही गड़बड़ क्यों न करें. इससे आपको फुर्सत भी मिलेगी  बच्चे भी सीखेंगे.

ज्यादा न सोचें

आप चाहे जितना भी कर लें, वह कभी पूरा नहीं पड़ेगा इसलिए आप जो नहीं कर पा रही हैं, उसके लिए निराश होने की आवश्यकता नहीं है. तनाव महसूस करने पर योग करें या फिर अच्छा संगीत सुनें. उन दोस्तों के साथ बाहर जाएं, जिनके बच्चे न हों, ताकि आपको बच्चों के अतिरिक्त भी कुछ अलग अनुभव सुनने को मिलें.