घर खरीदने वालों के लिए अच्छी समाचार है। रीयल एस्टेट एरिया में राष्ट्र की बहुत बड़ी कंपनी शापूरजी पालोंजी चालू वित्तीय साल के दौरान बहुत बड़े हिस्से में रीयल एस्टेट प्रोजेक्ट लेकर आ रही है। इनमें तीन प्रोजेक्ट तो केवल दिल्ली-एनसीआर में होगा। इससे कई लोगों को अपने घर का एक शानदार विकल्प मिलेगा। यह प्रोजेक्ट मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद व पुणे में बनेंगे।
कंपनी के ग्रुप सीईओ वेंकटेश गोपालकृष्णन ने बोला कि हमलोग कुल 9 करोड़ वर्ग फीट प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे हैं। इसमें 3.5 करो़ड़ वर्गफीट का प्रोजेक्ट हम चालू वित्तीय साल में पेश करेंगे व इतना ही अगले वित्तीय साल में लेकर आएंगे। शेष तीसरे वर्ष में प्रोजेक्ट पूरा करेंगे। उन्होंने बोला कि प्रोजेक्ट का न निर्माण इसके पोर्टफोलियो के मुताबिक किया जाएगा।
सस्ते घर लाने की है योजना
रीयल एस्टेट कंपनी दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में पिछले 6-7 वर्षों से अपने पांव जमाने की प्रयास कर रही थी। कंपनी के सीईओ ने बोला कि हमारी नजर पिछले 6-7 वर्षोंसे दिल्ली-एनसीआर पर है, लेकिन जमीन की खरीद हम पिछले एक वर्ष से कर सके हैं, हम मूल्य घटने के इंतजार में थे। हमने देखा कि यह हमारे लिए एक बढ़िया मौका हो सकता है वहम सस्ते व टिकाऊ प्रॉडक्ट के रूप में प्रोजेक्ट बना सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में सस्ते मकान बनेंगे
रीयल एस्टेट एरिया की महान कंपनी शापूरजी पालोंजी एनसीआर मार्केट में Joyville ब्रांड से मध्यम आय वाले प्रोजेक्ट बना रही है। यह प्रोजेक्ट करीब 10 लाख 20 हजार वर्ग फीट में होगा। यह गुरुग्राम में नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड पर स्थित है। उन्होंने बोला कि इसी रोड पर हम एक अलग प्रोजेक्ट लाने की योजना बना रहे हैं जो जिसमें फ्लैट की मूल्य 90 लाख रुपये वइससे अधिक होगी। हमारे पास नोएडा में भी जमीनें हैं। अगले दो महीने में हम वहां भी प्रोजेक्ट प्रारम्भ करने जा रहे हैं। कुल मिलाकर इस वर्ष हम 6 करोड़ वर्गफीट प्रोजेक्ट का निर्माण करेंगे। साथ ही आगे इसमें व भी प्रोजेक्ट शामिल होंगे।
आवासीय प्रोजेक्ट का गणित
कंपनी के मुताबिक आवासीय प्रोजेक्ट में 40 फीसदी पोर्टफोलिया संयुक्त कंपनी के रूप में है, जबकि 20 फीसदी प्रोजेक्ट डेवलपमेंट मैनेजमेंट व 10 फीसदी ज्वाइंट डेवलपमेंट पर आधारित है। कंपनी का कहना है कि वह बेंगलुरु में भी अपना जोरदार विस्तार करना चाहती है। कंपनी यहां करीब एक दर्जन से ज्यादा प्रोजेक्ट अगले तीन वर्ष में लेकर आएगी।