समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन के बाद इतने करीब दिखे भाई-भाई

समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन के बाद शिवपाल यादव  समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष पहली बार शुक्रवार (12 अक्टूबर) को एक मंच पर पहुंचे राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के मौके पर लखनऊ के लोहिया ट्रस्ट में शिवपाल  मुलायम ने एक मंच साझा किया इस दौरान  शिवपाल यादव ने राम मनोहर लोहिया के सम्बोधनकी 51 सीडी जारी की दोनों के एक साथ मंच पर आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है

और शिवपाल ने लोहिया की मूर्ति पर मला पहनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी इस दौरान उन्होंने बोला कि इशारों-इशारों में शिवपाल का समर्थन किया  वहां मौजूद लोगों से अपील की अगर कहीं भी अन्याय हो तो उसका विरोध करो  न्याय का साथ दो ने बोला कि अन्याय कहीं हो परिवार में, गांव में या शहर में, मुझे भरोसा है कि सभी साथी अन्याय का विरोध न्याय का साथ देंगे

उन्होंने बोला कि लोहिया की विचारधारा को ही आगे बढ़ाते हुए हमने समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का कार्य किया है संसार में समाजवादी विचारधारा से बेहतर  कोई विचारधारा नहीं है आज ये देखकर खुशी होती है कि समाजवादी युवा उनकी विचारधारा को पढ़ते हैं

वहीं, शिवपाल ने भी इस बात को जाहिर करने में देर नहीं की कि नेताजी उनके साथ हैं  आगे भी नेता जी (मुलायम) का आशीर्वाद उनके साथ है बना रहेगा उन्होंने बताया कि पार्टी का पहला सम्मेलन नवंबर में होगा  दिसंबर में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा

शिवपाल यादव ये लगातार कहते रहे हैं कि उन्होंने मुलायम के कहने पर ही सेक्युलर मोर्चा का गठन किया है उन्होंने मुलायम को सेक्युलर मोर्चा का अध्यक्ष  मैनपुरी से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर भी दिया है आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि शिवपाल यादव के सेक्युलर मोर्चा बनाने के बाद मुलायम सिंह ने अखिलेश के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर पर मंच साझा कर इशारा दिया था कि वे बेटे के साथ हैं लेकिन एब भाई शिवपाल के साथ आकर उन्होंने सियासी पारा एक बार फिर बढ़ा दिया है