श्रीलंका  के दाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज अजंता मेंडिस ने क्रिकेट से लिया संन्यास

कैरम बॉल के जनक श्रीलंका  के दाएं हाथ के रहस्यमयी स्पिन गेंदबाज अजंता मेंडिस ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कह दिया. अजंता मेंडिस के संन्यास की जानकारी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ( ICC ) ने ट्वीट कर दी.

 

 

 

चार वर्ष पहले खेला था अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच

अजंता मेंडिस ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच चार वर्ष पहले 2015 में न्यूजीलैंड के विरूद्ध खेला था. इसके बाद से उन्हें राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिला है.एक समय था, जब मेंडिस को रहस्यमयी गेंदबाज माना जाता था. करियर के शुरुआती दौर में उनकी गेंदों को खेल पाना किसी भी बल्लेबाज के लिए बहुत ज्यादा कठिन हुआ करता था. कैरम गेंद का जनक भी उन्हें ही माना जाता है. उनकी यह गेंद बल्लेबाजों के लिए अबूझ पहेली साबित होती थी. हालांकि बाद में उनके इस गेंद की काट बल्लेबाजों ने निकाल ली थी. इसके बाद वह बेअसर हो गए थे.

वनडे में सबसे तेज 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड मेंडिस के नाम

मेंडिस ने अप्रैल 2008 में वेस्टइंडीज के विरूद्ध पदार्पण किया था. इसी वर्ष एशिया कप के फाइनल में उन्होंने हिंदुस्तान के विरूद्ध छह विकेट लेकर टीम इंडिया को पराजय के लिए विवश कर दिया था. इसके बाद तो कुछ साल उनके लिए स्वप्न सरीखे रहे थे. अजंता मेंडिस ने 19 टेस्ट मैच में 70 विकेट लिए हैं तो वहीं 87 वनडे मैचों में उनके नाम 152 विकेट हैं, जबकि मेंडिस ने 39 टी-20 मैचों में 66 विकेट झटके हैं. मेंडिस हालांकि चार वर्षसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं, लेकिन संन्यास के वक्त भी एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड उनके नाम है. उन्होंने 19 वनडे में अपने 50 विकेट सारे कर लिए थे.