मूली सस्ती और आसानी से मिल जाने वाली सब्जी है इसलिए बहुत से लोग इसे फायदेमंद नहीं मानते हैं। मगर आपको बता दें कि मूली में बहुत सारे पौष्टिक तत्व होते हैं, जो आपके पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमे कार्बोहाइड्रेट, डाइट्री फाइबर, शुगर, विटामिन सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन मौजूद होते हैं।
मूली पेट के कई रोगों और लिवर के लिए बहुत फायदेमंद होती है इसीलिए आयुर्वेद में मूली को पेट और लिवर के लिए सबसे अच्छा ‘प्राकृतिक प्यूरीफायर’ माना गया है। आज के समय में आधे से ज्यादा लोग पेट की किसी ना किसी बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे लोग अगर रोज मूली का सेवन करें, तो उनका पेट हमेशा ठीक रहेगा। मूली खाने से हमारा इम्यूनिटी लेवल बढ़ता है। जिससे हम छोटे छोटे बदलावों से बीमार नहीं पड़ते हैं। आइए आपको बताते हैं कि किन समस्याओं में मूली आपके लिए फायदेमंद है।
‘प्राकृतिक प्यूरीफायर’ है मूली
मूली किडनी के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है और शरीर से विषैले तत्वों को निकालने में भी कारगर होती है। इस वजह से इसे नेचुरल क्लींजर कहा जाता है। मूली में फाइबर ज्यादा होता है, जो कब्ज के लिए रामबाण है। यह आंतो को स्वस्थ्य रखता है। इससे आपकी पाचन क्रिया सही रहती है। पेट संबंधी रोगों में यदि मूली के रस में अदरक का रस और नीबू मिलाकर नियम से पियें तो भूख बढ़ती है।
पेट और लीवर का भी रखती है ख्याल
पेट के लिए मूली बहुत फायदेमंद होती है। मूली एक पाचक की तरह काम करती है। पेट की कई बीमारियों में मूली का रस बहुत फायदेमंद होता है। अगर पेट में भारीपन महसूस हो रहा हो तो मूली के रस को नमक में मिलाकर पीने से आराम मिलता है। ताजी मूली खाने से पाचनशक्ति बढ़ती है। पेट के की़ड़ों को नष्ट करने में भी कच्ची मूली फायदेमंद साबित होती है।
मूली खाने से लिवर की क्रिया बेहतर होती है। लीवर की परेशानी होने पर नियमित रूप से अपने भोजन में मूली का सेवन करना चाहिए। साथ ही पीलिया रोग में भी ताजा मूली का प्रयोग बहुत ही उपयोगी होता है। नियमित रूप से एक कच्ची मूली सुबह खाने से कुछ ही दिनों में पीलिया रोग ठीक हो जाता है।
ब्लड प्रेशर में फायदेमंद है मूली
मूली में एंटी हाइपरटेंसिव गुण पाया जाता है, जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है। मूली में पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम भी होता है, जो शरीर मेंसोडियम-पोटैशियम के अनुपात को बैलेंस करते हुए ब्लड प्रेशर बिगड़ने नहीं देता।