फायरब्रांड नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बोला है कि राम मंदिर का निर्माण हमारी पार्टी के लिए चुनावी मुद्दा नहीं है। राम मंदिर अस्मिता की पहचान है। यह दुर्भाग्य की बात है कि 1952 में सरदार वल्लभ भाई पटेल की सलाह पर कांग्रेस द्वारा काशी, मथुरा व अयोध्या में मंदिर नहीं बनाया गया। अगर उस समय मंदिर बना दिया गया होता तो आज यह टकराव रहता ही नहीं।
बेगूसराय में मीडिया से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने बोला कि सबरीमाला पर तो सुप्रीम न्यायालय ने अपना निर्णय तुरंत सुना दिया, लेकिन राम मंदिर पर नहीं। उन्होंने बोला न्यायालयको इस मुद्दे को तत्काल देखना चाहिए। कहीं ऐसा ना हो कि देरी करते-करते हिंदुओं का सब्र टूट जाए।
गिरिराज सिंह ने बोला कि पीएम नरेंद्र मोदी या भाजपा के लिए राम अस्मिता का सवाल है। अयोध्या में राम मंदिर बने यह हमारी प्रतिबद्धता है, जुमला नहीं। हमको इसके लिए किसी के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बोला कि यह बिल्कुल सत्य है कि राम मंदिर अयोध्या में बनेगा व हिंदुस्तान के लोगों के अनुरूप बनेगा।
उन्होंने बोला कि केरल की वामपंथी गवर्नमेंट किम जोंग उन जैसे तानाशाह की किरदार में है। संघ परिवार इसका विरोध करता रहेगा। चाहे इसके लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़े।गिरिराज सिंह ने बोला कि कांग्रेस पार्टी से न तो कभी तालमेल हुआ है व ना ही होगा।