लखनऊ के इकाना स्टेडियम का नाम अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल स्टेडियम कर दिया है। क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सीरीज घोषित होने और टिकट बिक्री हो जाने के बाद स्टेडियम का नाम बदला गया हो। सरकार के इस फैसले की वजह से बीसीसीआई को कई समस्या का सामना करना पड़ा। मैच शुरू होने से पहले उसे हर उस जगह पर अटल बिहारी स्टेडियम लिखना पड़ा जहां पर इकाना स्टेडियम लिखा हुआ था। इस बदलाव में लाखों रूपए खर्च होने की उम्मीद बताई गई है।
बीसीसीआई की ये हैं परेशानियां
* बीसीसीआई को कुछ ही घंटों में स्टेडियम में लगे पुराने होर्डिंग को बदलने होंगे।
* पहले से बनी इकाना स्टेडियम की प्रोफाइल को हर जगह से बदलना होगा।
* रिकॉर्ड बुक में एंट्री इकाना से बदलकर अटल बिहारी के नाम पर करना होगा।
* मैच लाइव करने वाली कंपनी को स्कोरकर्ड और स्टेडियम के नाम पर कई तरह के ग्राफिक्स बदलने होंगे।
* प्रायोजकों(स्पोंसर्स) के तमाम कागज और दस्तावेजों को बदलना होगा।
50 हजार दर्शकों की क्षमता
स्टेडियम की क्षमता 50 हजार दर्शकों की है और यहां मैदान के हर कोने से दर्शक मैच का भरपूर लुत्फ उठा सकते हैं। इस स्टेडियम में 9 पिच हैं, शानदार ड्रेसिंग रूम है और दूधिया रोशनी का शानदार इंतजाम है। बता दें कि 24 साल बाद लखनऊ में कोई इंटरनेशल मैच खेला जा रहा है।
पिच के दोनों तरफ लंबी सूखी घास
पिच के दोनों तरफ लंबी सूखी घास है और बीच में पिच टूटी हुई है। यह धीमे उछाल वाली पिच है और शुरुआत से ही स्पिनरों के बड़ी भूमिका निभाने की उम्मीद है। राज्यपाल व मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के कारण जिला प्रशासन स्टेडियम परिसर के अंदर व बाहर चाक चौबंद सुरक्षा इंतजाम की तैयारियों में जुट गया है।