अदृश्य रोशनी या अंधविश्वास से जुड़ा मामला गोरखपुर का है जहाँ देर रात गुजरने वाली एक सफेद रोशनी जहाँ इलाकाई लोगो के लिए कौतुहल का विषय है वहीं लोग इसे कोई अनहोनी मानकर दहशत में है।
सैयद इरशाद अहमद जो एक रिटायर्ड प्रिंसिपल है वह अपने पूरे परिवार के साथ बसंतपुर इलाके में रहते है। इनके परिवार के साथ पिछले कुछ महीनों से ऐसी कुछ घटनाए घटित हो रही है जो इंसानी सोच से परे है। ये इसे रूहानी ताकत मान रहे है दरअसल शुरू शुरू में इनके घर की लाइटे लगभग 3 बजे के आस पास अचानक बुझ जाती थी। शुरू में इन्होंने इसे किसी की शरारत माना साथ ही किसी चोर बदमाश का डर भी सताने लगा जिसके कारण इन्होंने घर पर दो सीसीटीवी कैमरा भी लगवा लिया लेकिन एक रात जब इन्होंने 3 बजे के आसपास जगकर ये देखना चाहा की मामला क्या है तो सीसीटीवी में जो दिखा वो किसी को डराने के लिए काफी है।
इरसाद अहमद की माने तो रात के 3:00 बज कर 18 मिनट पर एक अदृश्य रोशनी सीसीटीवी में कैद होती है सामने पुल पर जल रही लाइटें हल्की पड़ जाती हैं और उसकी रोशनी अंधेरे में बदल जाती है साथ ही सामने खड़ी कारें और उस पर पड़ने वाली लाइटें सभी अंधेरे में तब्दील हो जाते हैं इस बात से इनका घर ही नहीं बल्कि पूरा मोहल्ला परेशान है इसका पता लगाने के लिए पूरा परिवार रात में जागता है और फिर वही अदृश्य रहस्य रोशनी उनके पहले कैमरे से दाखिल होती है और जैसे ही दूसरे कैमरे में रोशनी बढ़ती है पूरा परिवार बाहर दौड़ आता है लेकिन सीसीटीवी में दिखने वाला वह रोशनी बाहर उन्हें नजर नहीं आता है।
विज्ञान के इस युग में अगर हम इस घटना को अंधविश्वास मान भी लें तो सवाल ये उठता है की आखिर दो सीसी टीवी कैमरे में कैद हो रही इस अदृश्य रोशनी को क्या नाम दे।