योगी राज में उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। यहां आम आदमी ही नहीं नेता तक सुरक्षित नहीं है। राज्य में पिछले 5 दिन में बीएसपी के 3 नेताओं की हत्या कर दी गई है। इनमें जुर्गाम मेहंदी, श्रीप्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना और पूर्व विधायक हाजी अलीम शामिल हैं।

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अंबेडकरनगर जिले में बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता ज़ुर्गाम मेहंदी और उनके कार चालक सुनीत यादव की सोमवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। डबल मर्डर की ये सनसनीखेज वारदात अंबेडकरनगर के हंसवार थाना क्षेत्र की है। बताया जा रहा है कि ज़ुर्गाम मेहंदी अपनी कार में टांडा की तरफ जा रहे थे। तभी रामपुर स्थलवा के पास दो मोटरसाइकिलों पर आधा दर्जन बदमाशों ने उनकी कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में बसपा नेता ज़ुर्गाम और उनके ड्राइवर की मौत हो गई।  इस हमले में मौका-ए-वारदात से गुजर रहे दो राहगीर भी गोली लगने से घायल हो गए।

इससे पहले शनिवार को गाजीपुर जमानिया क्षेत्र में मदनपुरा गांव में बीएसपी नेता श्रीप्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनका शव नहर में मिला है, उन्हें पीठ पर गोली मारी गई है। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। श्रीप्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना ने 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा से नाता तोड़कर बीएसपी का दामन थाम लिया था।

वहीं 10 अक्टूबर को बुलंदशहर के बीएसपी नेता और पूर्व विधायक हाजी अलीम का बेडरूम में शव मिला था। उनके शरीर पर गोली लगी हुई थी। माना जा रहा है कि उनकी गोली मारकर हत्या की गई है. परिजन भी हत्या की आशंका जता रहे हैं। घटनास्थल से पुलिस ने पिस्टल और 2 खोखा कारतूस बरामद किया था। हाजी अलीम की कनपटी पर गोली लगी थी।