शनिवार को आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में CM शिवराज सिंह चौहान के शासन काल में स्त्रियों के विरूद्ध क्राइम के ग्राफ में 700 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। तिवारी ने बोला कि शिवराज सिंह चौहान गवर्नमेंट के 2004 से 2016 तक के काल में मध्यप्रदेश में स्त्रियों व लड़कियों के अपहरण के मामलों में 755 फीसदी की वृद्धि हुई है। साल 2004 में हुए थे, जबकि साल 2016 में इनकी संख्या बढ़कर 4994 हो गई है।
राज्य में दुष्कर्म के मामले 259 प्रतिशत बढ़े- तिवारी
यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे तिवारी ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में स्त्रियों व नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म के मामले 259 फीसदी बढ़ गए हैं। उन्होंने बताया, ”वर्ष 2004 में नाबालिग बालिकाओं से दुष्कर्म के 710 मामले दर्ज हुए थे, वहीं साल 2016 में यह बढ़कर 2479 हो गए। ” तिवारी ने दावा किया कि कुल मिलाकर भाजपा शासन काल में मध्यप्रदेश में क्राइम बढ़े हैं।
चौहान के शासन काल में हुईं 30,000 लोगों की हत्या- कांग्रेस पार्टी नेता
कांग्रेस पार्टी नेता ने बोला कि एक रिपोर्ट के अनुसार कामकाजी स्त्रियों के लिए मध्यप्रदेश राष्ट्र का सबसे असुरक्षित राज्य है। राज्य में बढ़ते क्राइम इसकी प्रगति में बाधक हैं। तिवारी ने बोला कि CM शिवराज सिंह चौहान के 13 वर्ष के शासन काल में 30,000 लोगों की मर्डर हुई, 46,000 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए तथा प्रदेश में 2.25 लाख गंभीर क्राइम हुए। जबकि दूसरी ओर राज्य में दोषियों को सजा दिलाने की दर बहुत ज्यादा कम है। गत साल के अंत में प्रदेश में 79 फीसदी मामले लंबित थे।
यूपी व मध्य प्रदेश में अपरोधों को लेकर चल रही है प्रतिस्पर्धा
तिवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित मध्यप्रदेश व यूपी में स्पर्धा चल रही है कि कहां क्राइम अधिक होते हैं। अपराधों के मामले में राष्ट्र में पहले दो जगह इन्हीं भाजपा शासित राज्यों के नाम पर दर्ज हैं।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने आरोप लगाया कि बाहरी नेताओं द्वारा मध्य प्रदेश की छवि बेकार करने की प्रयास की जा रही है। कांग्रेस पार्टी के दिग्विजय सिंह शासन काल में मध्यप्रदेश दलितों व आदिवासी स्त्रियों के विरूद्ध अत्याचार के मामले में अव्वल था तथा प्रदेश में नक्सल व डकैत समस्या अपने चरम पर थी। भाजपा का शासन आने के बाद प्रदेश में संगठित अपराधों का अंत हुआ तथा प्रदेश में नक्सल व डकैत समस्या खत्म कर दी गई है।