यूपी के अंबेडकरनगर जिले में बसपा नेता की हत्या 

इस वक्त उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सवालों के घेरे में है और राज्य में सुशासन का दावा करने वाली बीजेपी सरकार विरोधियों के निशाने पर क्योंकि एक हफ्ते के अंदर यहां पर बसपा के तीन नेताओं की हत्या हुई है। प्रदेश अभी राजधानी लखनऊ में हुए विवेक तिवारी हत्याकांड के दर्द से मुक्त ही नहीं हो पाया था कि लगातार बसपा के तीन नेताओं की हत्या ने राज्यवासियों के दिलों में खौफ पैदा कर दिया है, जिन नेताओं की हत्या हुई है उनके नाम हैं, जुरगाम मेंहदी, श्रीप्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना और पूर्व विधायक हाजी अलीम, प्रदेश सरकार जहां इन हत्याओं पर मौन है वहीं पुलिस के पास लोगों के सवाल के जवाब नहीं है।

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बीते सोमवार को यूपी के अंबेडकरनगर जिले में बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता जुरगाम मेंहदी और उनके ड्राइवर सुनीत यादव की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, डबल मर्डर इस घटना से पूरा इलाका अभी भी सदमे में है। घटना तब हुई जब मेंहदी अपनी कार से टांडा जा रहे थे लेकिन जैसे ही उनकी कार रामपुर स्थलवा के पास पहुंची, तभी दो मोटरसाइकिलों पर आधा दर्जन बदमाशों ने उनकी कार पर गोलियों से हमला कर दिया, जिससे नेता और ड्राइवर दोनों की मौत हो गई।

शनिवार को गाजीपुर जमानिया क्षेत्र में मदनपुरा गांव में बसपा नेता श्रीप्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना को गोली मारकर हत्या कर दी, हत्यारों ने उनके शव को नहर में फेंक दिया ,पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, आपको बता दें कि श्रीप्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना साल 2017 में सपा छोड़कर बसपा में शामिल हुए थे।

बुलंदशहर के बसपा नेता और पूर्व विधायक हाजी अलीम का 10 अक्टूबर को बेडरूम में शव मिला था, उनके शरीर पर गोली लगी हुई थी, माना जा रहा है कि उनकी गोली मारकर हत्या की गई थी।

लगातार हो रही हत्याओं से चरमराई कानून व्यवस्था पर केवल विरोधी ही नहीं योगी सरकार के सहयोगी भी सवाल खड़े कर रहे हैं। भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी की कैबिनेट में काबीना मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने जमकर राज्य सरकार पर इन बातों के लिए हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि योगी सरकार गरीबों के साथ न्याय नहीं कर रही है और जाति के हिसाब से यूपी में कार्रवाई की जा रही है।