दिल्ली में रविवार को दिल्ली के इस पुल का उद्घाटन करेंगे। शुक्रवार को दिल्ली के उप CM मनीष सिसोदिया ने इसका निरीक्षण किया था। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से उत्तरी व उत्तरपूर्वी दिल्ली के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा। दिल्लीवासी इस ब्रिज के ऊपर से शहर के विस्तृत मनोरम दृश्य का आनंद भी ले सकेंगे। इसके लिए चार लिफ्ट लगाई गई हैं जिनकी कुल क्षमता 50 लोगों को ले जाने की है।
ग्लास बॉक्स में जाएंगे पर्यटक
ऑफिसर ने बताया कि लिफ्ट का आगामी दो महीने में परिचालन प्रारम्भ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यह ब्रिज 154 मीटर ऊंचे ग्लास बॉक्स के साथ पर्यटक स्थल के रूप में कामकरेगा जो पर्यटकों को शहर का ‘बर्ड्स-आई व्यू’ प्रदान करेगा। मनीष सिसोदिया ने निरीक्षण के दौरान बोला कि यह ब्रिज एक पर्यटक स्थल होगा।
2004 में पेश किया गया था ब्रिज का प्रस्ताव
सिग्नेचर ब्रिज का प्रस्ताव 2004 में प्रस्तुत किया गया था जिसे 2007 में दिल्ली मंत्रिपरिषद की मंजूरी मिली थी। शुरूआत में अक्टूबर 2010 में दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के पहले 1131 करोड़ रूपये की संशोधित लागत में पूर्ण होना था।
इस परियोजना की लागत 2015 में बढ़कर 1,594 करोड़ रूपये हो गई थी। खबरों के मुताबिक जब पहली बार इस ब्रिज को 1997 में प्रस्तावित किया गया था तब इसकी लागत 464 करोड़ रूपये आंकी गयी थी। यह ब्रिज वर्तमान में वजीराबाद पुल के वाहनों के बोझ को साझा करेगा।
(इनपुट – भाषा)