आर्थिक तंगी से जूझ रहे पड़ोसी देश पाक की हालत दिनोंदिन बेकार हो रही है। पाक का कर्ज़ 10 वर्ष में 6 हजार अरब पाकिस्तानी रुपये से बढ़कर 30 हजार अरब रुपये तक पहुंच गया है।
पाक की बर्बादी को देखते हुए पीएम इमरान खान ने बोला कि हमारे पास लोन की किस्त चुकाने के डॉलर नहीं बचे हैं। ऐसे में पाक कहीं दिवालिया न हो जाए। अगर ऐसा हुआ तो पाकका हाल वेनेजुएला जैसा हो जाएगा व पाकिस्तानियों को बोरियों में पैसे भरकर ले जाने पर रोटियां मिलेंगी। बता दें कि पाक ने IMF से 6 अरब डॉलर का लोन ले रखा है। लोन की शर्तों के तहत पाक को कर राजस्व बढ़ाने समेत कई शर्तों को मानना पड़ा है।
देश चलाना हुआ मुश्किल
सोमवार को देश के संबोधन में इमरान ख़ान ने बोला कि पाक में कर से 4 हज़ार अरब अरब रुपये सालाना इकट्ठा किए जाते हैं लेकिन आधी रक़म क़र्ज़ों की किस्तें अदा करने में चली जाती है। पीएम ख़ान का बोलना है कि जितनी रक़म बचती है उसमें मुल्क का खर्चा नहीं चलाया जा सकता है।
30 जून तक बेनामी संपत्तियों का खुलासा करने की चेतावनी
स्थिति से निपटने के लिए इमरान खान ने पाकिस्तानियों से 30 जून तक बेनामी संपत्ति व खातों का खुलासा करने की चेतावनी दी है। खुलासा नहीं करने वाले की संपत्ति जब्त कर ली जाएगी। अगर आप कर नहीं देते तो हम देश को आगे नहीं ले जा सकेंगे। 30 जून के बाद आपको यह मौका नहीं मिलेगा।
विकास दर 3.3 प्रतिशत पर पहुंची
इमरान ख़ान की सरकार ने बजट से पहले आर्थिक सर्वे पेश किया था, जिसमें देश की पूरी आर्थिक तस्वीर उभरकर सामने आई है। पाक की आर्थिक वृद्धि दर गिरकर 3.3 फ़ीसदी तक पहुंच गई है जो पिछले नौ वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है। यह सालाना लक्ष्य 6.2% का आधा है क्योंकि कृषि व उद्योग में विकास निगेटिव रहा है। आने वाले वित्तीय साल में भी मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। एक वर्ष पहले पाक की अर्थव्यवस्था 315 अरब डॉलर की थी जो घटकर 280 डॉलर पर पहुंच गया है।
प्रति आदमी आय घटी
प्रति आदमी आय भी प्रति साल 1,652 डॉलर के घटकर 1,497.3 डॉलर पर आ गई है। आर्थिक सर्वे के अनुसार पाक में विषमता की खाई भी व गहरी हुई है। पाक के आर्थिक सलाहकार ने बोला है कि पाक क़रीब 100 अरब डॉलर का विदेशी क़र्ज़ वापस करने की स्थिति में नहीं है।
दुनिया में सबसे ज्यादा निर्बल पाकिस्तानी रुपया
पाकिस्तानी रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अब तक के निचले स्तर पर आ गया है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 152 के स्तर पर पहुंच गया है।
पाकिस्तान में 10% पर पहुंची महंगाई
दिनों दिन डॉलर के मुकाबले निर्बल होते पाकिस्तानी रुपये का ही नतीजा है कि मार्च में पाकिस्तान में महंगाई दर पिछले पांच वर्ष के शीर्ष स्तर 9.41 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। अप्रैल में यह 8.8 प्रतिशत पंजीकृत की गई।
खाना-पीना हुआ महंगा
पाक की बेकार आर्थिक स्थिति का प्रभाव दिखने लगा है। पाक में दूध के दाम 180 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा था। वहीं सेब 400 रुपये किलो, संतरे 360 रुपये व केले 150 रुपये पंजीकृत न बिकने लगे हैं। पाक में मटन 1100 रुपये किलो हो गया है। मार्च के मुकाबले मई में प्याज 40%, टमाटर 19 % व मूंग की दाल 13% ज्यादा मूल्य पर बिकी हैं तो गुड़, शक्कर, फल्लियां, मछली, मसाले, घी, चावल, आटा, तेल, चाय, गेंहू की कीमतें 10% तक बढ़ गई हैं।
वेनेजुएला में ये हैं हालात-
वेनेजुएला में 13 लाख प्रतिशत तक पहुंची महंगाई दर
वेनेजुएला में मौजूदा समय में बेकार होती अर्थव्यवस्था के बीच लोगों के पास या तो खाने का पैसा नहीं है या फिर इतने हैं कि उनसे वह कुछ खरीद नहीं पा रहे हैं। मौजूदा समय में यहां पर छोटी ब्रेड की मूल्य भी सैकड़ों में चली गई है। हाल ये है कि इस वर्ष अप्रैल में यहां महंगाई 13 लाख प्रतिशत तक पहुंच गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वेनेजुएला की मार्किट में इन चीजों की कीमतें हजारों में है। वहां चिकन करीब 10,277 रुपये बिक रहा है। जबकि किसी रेस्तरां में मामूली-सा भी खाना खाने पर भी करीब 34,000 रुपये का बिल आता है। इसके अतिरिक्त दूध करीब 5,000 रुपये लीटर से अधिक, एक पंजीकृत न अंडे 6,535 रुपये में, टमाटर 11,000 रुपये किलो, मक्खन 16,000 रुपये, आलू की 17,000 रुपये व टमाटर 11,000 रुपये किलो में बिक रहा है। वहीं पेय पदार्थों में रेड टेबल वाइन की एक बोटल 95,000 की, घरेलू बीयर 12,000 में व कोका कोला की दो लीटर बोतल 6,000 रुपये में मिल रही है।