मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा कोंग्रेस के इन नेताओ को सर्जरी की है जरूरत, जानिए ये है वजह

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की करारी हार, राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश  फिर कई राज्यों में पार्टी नेताओं की आपसी कलह के चलते देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल की हालात एवं दिशा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. इसी संदर्भ में पेश हैं पार्टी के वरिष्ठ नेता  पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली से ”पीटीआई-भाषा” के पांच सवाल :

सवाल : कुछ सियासी जानकार भविष्य में कांग्रेस पार्टी के अस्तित्व को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं, इस पर आप क्या कहेंगे?

जवाब : कांग्रेस पार्टी का 135 वर्ष का इतिहास है. कई बार लोगों ने इसका अस्तित्व समाप्त बताया लेकिन हर बार वे गलत साबित हुए. अंग्रेजों ने भी इस पार्टी को समाप्त बताया लेकिन उन्हें यहां से भागना पड़ा. 1977 में इंदिरा गांधी की पराजय के बाद भी कांग्रेस पार्टी की कहानी समाप्त बताई गई लेकिन हम फिर सत्ता में लौटे. लोग इतिहास भूल जाते हैं  कांग्रेस पार्टी को समाप्त हुआ करार देते हैं. निश्चित तौर पर पराजय हुई है लेकिन कांग्रेस पार्टी फिर खड़ी होगी जीतेगी.

सवाल : राहुल गांधी के नेतृत्व क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, इस पर आपकी क्या राय है?

जवाब : राहुल जी ने अच्छी तरह नेतृत्व किया. कांग्रेस पार्टी को इसका लाभ उठाना चाहिए था. पार्टी उनके नेतृत्व का लाभ नहीं उठा सकी. उन्होंने ऐसा महौल तैयार किया जिससे यह लगने लगा था कि कांग्रेस पार्टी सत्ता में आ रही है. हम पास नहीं हुए तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम कहें कि उनका नेतृत्व अच्छा नहीं है. अगर उनका नेतृत्व चुनाव से पहले  चुनाव के दौरान अच्छा था तो फिर अब अच्छा क्यों नहीं होगा? राहुल गांधी ने डेढ़ वर्ष पहले अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी ली. उनको भी समय मिलना चाहिए  वह खुद को साबित करेंगे.

सवाल : तो क्या चुनावी पराजय की जवाबदेही हर स्तर पर तय नहीं होनी चाहिए?

जवाब : राहुल गांधी ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की जिसे सीडब्ल्यूसी ने खारिज किया. जवाबदेही राहुल गांधी की नहीं, बल्कि दूसरे नेताओं की तय होनी चाहिए. जिन राज्यों में हम हारे है वहां के प्रभारियों  प्रदेश अध्यक्षों को जवाबदेह ठहराना चाहिए. दूसरे नेताओं को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए.

सवाल : करारी पराजय  फिर आपसी कलह को देखते हुए अब कांग्रेस पार्टी में क्या कदम उठाने की आवश्यकता है?

जवाब : विचार यह है कि हमें पार्टी में बड़ी सर्जरी करनी होगी. सभी स्तरों पर चुनाव कराए जाएं. निर्वाचित हुए लोगों को जिम्मेदारी मिले. अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो पार्टी में जो नेता जमे हुए हैं वही आगे भी बने रहेंगे  नए लोग आगे नहीं आ पाएंगे. नेताओं की आपसी कलह को भी समाप्त करना होगा. राहुल गांधी को कदम उठाने की आवश्यकता है. उन्हें सख्ती दिखानी होगी. बिना किसी दया के कार्रवाई करनी होगी. यह नेशनल कांग्रेस पार्टी पार्टी के स्तर भी करना होगा. उन्हें तत्काल कदम उठाना चाहिए.

जवाब : यह उन (परिवार) पर है. प्रियंका गांधी को महासचिव की जिम्मेदारी दी गयी है. वह कुछ समय पहले आईं हैं  उन्हें समय मिलना चाहिए. वह यूपी मेंकार्य कर रही हैं. एक बार कांग्रेस पार्टी यूपी में आ गई तो सारे देश में आ जाएगी.