भूत ने ली इंजीनियरिंग के स्टूडेंट की जान

नागपुर में कुछ ऐसा हुआ जिसने हर किसी के होश उड़ा दिए। 18 साल के इंजीनियरिंग के छात्र स्टूडेंट ने रविवार को दो पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में आत्महत्या की वजह पढ़ी तो सभी के होश उड़ गए, क्य़ा थी वो वजह जिसने एक छात्र की जान ले ली? जी हां, एक छात्र की खुदकुशी ने सबको चौका कर रख दिया है। क्योंकि इसके पीछे वजह जानेंगे तो आप भी हैरान रह जाएंगे।
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18 साल का सौरभ की खुदकुशी की वजह से सुनने बेहद अजीन ज़रूर लगेगी, लेकिन ये सच है। क्योंकि उस वजह का जिक्र सौरभ ने अपने सुसाइड नोट में किया है। सौरभ ने अपने सुसाइड नोट में क्या लिखा, ”मेरा भूतों पर विश्वास नहीं है, लेकिन आत्मा मुझे बुला रही है, इसलिए मैं जा रहा हूं। 2 महीने पहले मैंने एक छोटे से बच्चे की दुर्घटना में मौत देखी थी। जब भी मैं चलता हूं, वो बच्चा मुझे बुलाता है, उस बच्चे से मिलने के लिए मैं वहां जा रहा हूं, बहन तुम मम्मी पापा का ध्यान रखना।’

वहीं पुलिस की माने तो तो सौरभ 2 महीने से तनाव में था। एक सड़क दुर्घटना का उसके मन में इतना बुरा प्रभाव डाला, जिससे वो दहशत में रहने लगा। रात में सोते समय डरने लगा और जब वो ये सब ज्यादा दिन तक बर्दाश्त नहीं कर सका तो उसने ये कमद उठा लिया। बताया जा रहा है कि रविवार की रात सौरभ के पिता घर लौटे तो उन्होनें सौरभ के बारे में पूछा तो बेटी ने उसके कमरे होने की बात कही। जैसे ही सौरभ के पिता उसे उसके कमरे मे देखने गए तो जो दिखा वो देख कर सबके होश फाक्ता हो गए, सौरभ सीलिंग फैन से लटका हुआ था।

वहीं पड़ोसियों से पूछने पर पता चला कि सौरभ काफी सीधा लड़का था। हर वक्त पढ़ाई पर ही ध्यान रहता था और पिछले कुछ समय से चुप-चुप रह रहा था। मनोचिकित्सक डॉक्टर निखिल पांडे के मुताबिक सौरव को साइकोसिस नाम की बीमारी थी। इस बीमारी के तहत जो भी दुर्घटना सौरभ ने देखी थी, वो उसे टीवी में पिक्चर की तरह उसकी आंखों के सामने दिखता रहता थी। इस वजह से उसे लगता था कि वो छोटा सा बच्चा उसे बुला रहा है। उनका कहना है कि सौरव को डॉक्टरी सलाह की जरूरत थी, जो उसे नहीं मिल पायी इसलिए उसने आत्महत्या कर ली।