भारत से इस कदर डरा पाकिस्तान, सीमा के नजदीक किया ये ऐलान

पाकिस्तान इस कदर डरा हुआ है कि उसने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) और नियंत्रण रेखा (LoC) के आस-पास के गांवों में लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. इसके लिए ख़ासतौर पर एडवाइजरी जारी की गई है. यहां तक कि जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर ने इमरान खान से कहा है कि भारत के दबाव में कोई रियायत न दे. भारत के साथ तनाव बढ़ने के बाद पीओके में स्थानीय प्रशासन ने अस्पतालों को एक नोटिस भेजा है.

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाk के बीच तनाव बढ़ते जा रहे है. भारत की कार्रवाई से पहले ही पाकिस्तान पूरी तरह से घबराया हुआ है. पाक ने सीमा के नजदीक हाईअलर्ट किया हुआ है. भारत की जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान ने भी युद्ध को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.

इसमें कहा गया है कि यदि पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध छिड़ता है तो ऐसी सूरत में अस्पताल मदद के लिए तैयार रखें. जिलानी अस्पताल को एचक्यूएलए के वन एशिया नाज के फोर्स कमांडर अब्दुल मलिक ने पत्र में लिखा है, ‘पूर्वी मोर्चे पर आपातकाल की परिस्थिति में क्वेटा लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में सिंध और पंजाब के नागरिक और सैन्य अस्पतालों से घायल सैनिकों के आने की उम्मीद है. शुरुआती मेडिकल इलाज के बाद योजना है कि इन सैनिकों को सैन्य और नागरिक सार्वजनिक क्षेत्र से बलूचिस्तान के नागरिक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जब तक कि सीएमएच (सिविल मिलिट्री हॉस्पिटल) में बेड की उपलब्धता नहीं होती है.’

21 फ़रवरी को पीओके की सरकार ने एलओसी से लगे नीलम, झेलम, रावलकोट, हवेली, कोटली और भिंबर में यह एडवाइजरी जारी करने के निर्देश दिए हैं कि वो भारत की ओर से होने वाले हमले के लिए सतर्क रहें. पाकिस्तान सरकार ने भारत की ओर से होने वाले हमले के डर से लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने और समूह में न रहने की सलाह दी है. नोटिस जारी कर पाक सरकार ने लोगों से कहा है कि वो LoC के पास बिना वजह न जाएं और रात में जरूरत पड़ने पर ही लाइट जलाएं. इसके साथ ही एलओसी के पास रहने वाले लोगों तुरंत एक बंकर का निर्माण करने कहा है.

गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलमावा में हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए थे. जिसके बाद से पूरे देश में पाकिस्तान के प्रति गुस्सा है. इस हमले के बाद दुनियाभर में पाकिस्तान की निंदा की जा रही है.