भारत ने जीता 7वां एशिया कप खिताब

भारतीय क्रिकेट टीम ने लगातार दूसरी बार खिताब पर कब्जा जमाकर शुक्रवार को अपने खाते में 7वां एशिया कप टूर्नामेंट अपने नाम कर लिया. खास बात यह है कि इससे पहले भी 2016 में भारत ने बांग्लादेश को ही हराकर ट्रॉफी अपने नाम किया था. भारत ने इससे पहले 1984, 1988, 1990-91, 1995, 2010 और 2016 में एशिया कप का खिताब जीता था. विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम की कमान संभाल रहे रोहित शर्मा ने अपने टीम नेतृत्व का लोहा मनवाया हालांकि टूर्नामेंट में भारत को कमजोर मानी जानी वाली टीमों के आगे भी संघर्ष करते हुए देखा गया.

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रोमांचक फाइनल मुकाबले में आखिरी गेंद पर मिली जीत के बाद भारतीय टीम ने भले ही खिताब जीत ली हो लेकिन बांग्लादेश के लिए यह मुकाबला शानदार रहा. पूरे टूर्नामेंट के दौरान कई रिकॉर्ड बने.

भारत का यह रिकॉर्ड 7वां एशिया कप खिताब है हालांकि इससे पहले भारत के पास 6 टूर्नामेंट जीतने का रिकॉर्ड ही था. भारत के अलावा श्रीलंका ने 5, पाकिस्तान ने 2 बार खिताब जीता है. वहीं बांग्लादेश तीसरी बार भी फाइनल में पहुंच कर खिताब से महरूम रह गया.

बांग्लादेश ने एकदिवसीय क्रिकेट में भारत के खिलाफ सबसे अच्छी ओपनिंग साझेदारी की. लिटन दास और मेहिदी हसन ने फाइनल मुकाबले में 120 रनों की ओपनिंग साझेदारी की जो कि एक रिकॉर्ड है.

कैप्टन कूल कहे जाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज एम एस धोनी ने फाइनल मुकाबले में मशरफे मुर्तजा को स्टंप आउट करते ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विेकेट के पीछे 800 शिकार पूरे कर लिए. इस आकंड़े तक पहुंचने वाले धोनी एशिया के पहले विकेटकीपर हैं. धोनी के अलावा मार्क बाउचर (998) और एडम गिलक्रिस्ट (905) ही हैं. इससे पहले एम एस धोनी कप्तान के तौर पर अपना 200वां मैच खेल रिकॉर्ड बनाया था.

लिटन दास एशिया कप फाइनल में शतक लगाने वाले पांचवें बल्लेबाज बन गए. इससे पहले श्रीलंका के सनथ जयसूर्या, एल थिरिमाने, मर्वन अट्टापट्टू और फवाद आलम यह कारनामा कर चुके हैं.

एशिया कप के फाइनल में यह पहली बार हुआ जब कोई टीम आखिरी गेंद पर रन बनाकर यह खिताब जीती हो. हालांकि वनडे क्रिकेट में ऐसा कई बार हो चुका है कि टीम आखिरी बॉल पर मैच जीतते आई है.

भारत ने 9 विकेट से हराकर पाकिस्तान पर विकेटों के मामले में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था. इससे पहले पाकिस्तान पर सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड 8 विकेट का था.