भारतीय मूल का युवक लंदन में लड़कियों को ऐसे बनता था अपना शिकार और रात को करता था ये काम

खुद को वो अमीर शहरी और बड़ा फाइनेंसर बताता था, हर रोज महंगे रेस्त्राओं में महिलाओं के साथ उठना बैठना और उन्हें दावत देना उसके पेशे का एक अहम हथियार था। ये सख्श महिलाओं से दोस्ती बनाता था फिर उन्हें अपनी झूठी रईसियत का सब्ज बाग दिखा कर उनसे कंपनियों में निवेश करना का जाल रचता था।

काफी हद तक वो अपने इस मंसूबे में कामयाब भी रहा लेकिन आखिरकार एक दिन ब्रिटेन पुलिस के हाथों ये ‘धोखेबाज प्रेमी’ चढ़ गया और अब उसे किंगडम क्राउन कोर्ट ने धोखाधड़ी के मामलों में 6 साल की सजा सुना दी है। ये मामला ब्रिटेन का है, जहां पर पूर्वी लंदन निवासी केयुर व्यास जो कि मूलत: भारतीय है उसे महिलाओं के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में 6 साल और 1 महीने की सजा सुनाई गई है। केयुर के उपर स्कॉटलैंड यार्ड ने चार सालों तक जांच की फिर उसे दोषी पाया। किंगडम क्राउन कोर्ट ने बीते बुधवार को केयुर को सजा सुनाई है।

ऑनलाइन बुनता था जाल
केयुर अपने धोखाधड़ी के मंसूबे को पूरा करने के लिए ऑनलाइन जाल बुनता था। वो सोशल मीडिया और अन्य डेटिंग साइट्स के सहारे महिलाओं से दोस्ती बनाता था। इसके बाद वो उन्हें मिलने के लिए बड़े रेस्त्राओं में बुलाता था, जहां पर महंगी शराब और लेट नाइट डिनर का लंबा दौर चलता था। इस दौरान वो खुद को एक अमीर शहरी और बड़े फाइनेंसर के तौर पर पेश करता था। महिलाएं केयुर के इस जाल को समझ नहीं पाती थीं और उसे फैलाए हुए जाल में फंस जाती थीं।

बोगस कंपनियों में कराता था निवेश

ऐसा नहीं है कि महंगे रेस्त्राओं में पा​र्टी और मौज मस्ती के लिए जाता था। बल्कि वो इसे एक ​हथियार की तरह इस्तेमाल करता था। इस दौरान वो महिलाओं को बड़े मुनाफे का दिलासा देकर ऐसी कंपनियों में निवेश करने को कहता था जो कि वास्तव में होती ही नहीं थीं। प्राप्त जानकारी के अनुसार केयुर ने छह अलग-अलग महिलाओं के साथ आठ लाख पाउंड से अधिक की धोखाधड़ी की थी।

शातिराना चाल का इस्तेमाल

इस मामले में जांच करने वाली मेट्रोपोलिटन पुलिस की सेंट्रल स्पेशलिस्ट कमान के जांचकर्ता डिटेक्टिव कांस्टेबल एंडी चैपमैन ने बताया कि, केयुर व्यास अपनी धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए बेहद ही शातिराने तरीकों का प्रयोग करता था। वो इंटरनेट पर ऐसी महिलाओं की तलाश करता था, जिन्हें दोस्ती के नाम पर आसानी से फांसा जा सकता हो।

पहले वो अपनी बातों और झूठी शान से महिलाओं का भरोसा जीतता था और बाद में उन्हें ​बिना अस्तित्व वाली कंपनियों में निवेश करने को कहता था। बता दें कि, महिलाओं की शिकायत के बाद मेट्रोपोलिटन पुलिस ने बीते अक्टूबर 2014 से इस मामले में जांच करनी शुरू की थी। इस मामले में केयुर व्यास ने बीते मार्च महीने में अपना जूर्म कबूल कर लिया है। मेट्रोपोलिटन पुलिस ने केयुर व्यास को ‘धोखेबाज प्रेमी’ का नाम दिया है।