पाकिस्तान को मिल रहें झटके पे झटके, पहले एचआईवी फिर ईंधन में बढ़ोतरी और अब मरियम की ये बात

डॉलर के मजबूत होने और ईंधन के दाम बढ़ने से पाकिस्तान की सरकारी विमान सेवा प्रदाता पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) समेत अन्य कंपनियों ने किराये में 41 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की है।

किराये में वृद्धि के बाद लाहौर और कराची के बीच आने-जाने का टिकट 39,500 रुपये का हो गया है।

पाकिस्तान को शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाया है. आमंत्रण नहीं मिलने पर पाकिस्तान बौखला उठा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि न्यौते की उम्मीद करना बेवकूफी है.

वहीं पूर्व प्रधानमंत्री नजाव शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने कहा कि इमरान खान, नरेंद्र मोदी से डरते हैं.

पड़ोसी देश पाकिस्तान एशिया का दूसरा ऐसा देश है, जहां सबसे तेजी से एड्स तेजी से फैल रहा है। यहां एक माह में 681 एचआईवी ग्रस्त पाए गए जिनमें से 537 बच्चे हैं। समस्या से निपटने के लिए अब पाक ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से गुहार लगाई है। प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मामलों के विशेष सहायक जफर मिर्जा ने कहा कुछ दिन में डब्ल्यूएचओ और रोग नियंत्रण व रोकथाम केंद्र की 10 सदस्यीय टीम यहां पहुंचेगी। तब हम इसके सही कारणों का पता लगा पाएंगे

21,375 मरीजों की एचआईवी जांच
प्रांत के लाड़काना जिले के रतोडेरो में अभी तक 21,375 लोगों की जांच की गई, जिनमें से 681 लोग एचआईवी पीड़ित पाए गए हैं।

इनमें से 537 लोगों की उम्र दो से 15 साल के बीच है।

एचआईवी ग्रस्त डॉक्टर ने फैलाया था रोग
पिछले माह एक स्थानीय डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया जो एचआईवी ग्रस्त है और उस पर आरोप है कि बदले की भावना से मरीजों को दूषित सिरिंज लगाई। इस महीने के शुरू में 17 नीम-हकीम भी पकड़े गए और उनके क्लीनिकों को सील कर दिया गया था।

डेढ़ लाख से अधिक मरीज, 16 हजार ही ले रहे इलाज
पाक के एड्स मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 1,63,000 लोग एड्स विषाणु के संक्रमण से ग्रस्त हैं। लेकिन केवल 25 हजार मामले ही सरकार संचालित एचआईवी रोकथाम संस्थाओं के पास दर्ज हैं। इनमें से केवल 16 हजार लोग ही इलाज और दवाओं के लिए नियमित रूप से आते हैं।

बहुत तेजी से बढ़ रहे एचआईवी के मरीज
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, एचआईवी संक्रमण के सबसे तेज गति से बढ़ने के मामले में पाकिस्तान एशिया में दूसरे नंबर पर है। यहां अकेले 2017 में ही एचआईवी संक्रमण के लगभग 20 हजार मामले सामने आए थे।