पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ बुधवार को जेल से इस कारण हुए रिहा

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की को बुधवार को जेल से रिहा कर दिया गया। इससे एक दिन पहले सर्वोच्च न्यायालय ने चिकित्सकीय आधार पर उनकी जमानत छह सप्ताह के लिए मंजूर की थी।

69 साल के नवाज़ शरीफ लाहौर की कोट लखपत जेल में पिछले साल दिसंबर से बंद थे। उन्हें अल-अज़ीजिया स्टील मिल भ्रष्टाचार मामले में सात साल कारावास की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ के सुप्रीमो ने स्वयं को निर्दोष बताया है। नवाज की बेटी मरियम नवाज़ के मुताबिक, शरीफ को हाल के हफ्तों में एनजाइना के चार दौरे पड़े थे। पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश आसिफ सईद खोसा की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने मंगलवार को शरीफ की याचिका को स्वीकार कर लिया था और उन्हें देश के अंदर अपनी पसंद के किसी भी अस्पताल में इलाज कराने की इजाजत दी। नवाज़ शरीफ पर पाकिस्तान से बाहर जाने पर रोक रहेगी।

पूर्व प्रधानमंत्री के सहयोगी एवं पीएमएल-एन के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कोट लखपत जेल के बाहर इकट्ठा हो गए और जब नवाज़ शरीफ वहां से जा रहे थे तो उन्होंने उनकी कार पर फूलों की बारिश की। कुछ कार्यकर्ता नवाज़ शरीफ की गाड़ी के साथ उनके घर तक आए। पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज़ शरीफ की रिहाई के बाबत न्यायालय के आदेश और अन्य दस्तावेज 10 घंटे से ज्यादा वक्त तक जेल नहीं पहुंचे, जिस वजह से उनकी रिहाई में विलंब हुआ।

सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा कि कई वरिष्ठ डॉक्टरों के मुताबिक, नवाज़ शरीफ उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारी, गुर्दे की बीमारी से पीड़ित रहे हैं। अगर उनकी एंजोग्राफी की जाती है तो उन्हें ”मामूली से मध्यम स्तर का खतरा’ हो सकता है। शीर्ष अदालत ने कहा कि लिहाजा, ‘वाजिब’ गुजारिश पर उन्हें सीमित अवधि के लिए राहत दी जाती है।

न्यायालय ने नवाज़ शरीफ को 50-50 लाख पाकिस्तानी रुपये के दो ज़मानती मुचलके जमा करने और इलाज कराने तथा छह हफ्ते बाद समर्पण करने का निर्देश दिया। पीएमएल-एन के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने इस फैसले के लिए न्यायालय का शुक्रिया अदा किया।

उन्होंने कहा, ”पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज़ शरीफ की चिकित्सकीय रिपोर्टों के मद्देनजर हालत की गंभीरता पर विचार करने के लिए हम सर्वोच्च न्यायालय का शुक्रिया अदा करते हैं। हम मुल्क और पीएमएलएन के कार्यकर्ताओं का भी शुक्रिया अदा करते हैं जिनकी दुआओं से यह दिन मुमकिन हुआ।” उन्होंने कहा कि नवाज़ शरीफ की सेहत और सलामती पार्टी की शीर्ष प्राथमिकता है। नवाज़ शरीफ का परिवार यह शिकायत करता रहा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री को उचित इलाज मुहैया नहीं करा रही है।