पाकिस्तानी स्त्रियों व लड़कियों को तस्करी का हुआ खुलासा, चाइना में करवाया जाता था वेश्यावृत्ति का धंधा

वेश्यावृत्ति मुद्दे में यह गिरफ्तारियां ऐसे समय में हुईं जब ह्यूमन राइट्स वॉच ने एक हफ्ते पहले अपनी रिपोर्ट में बताया कि पाक को हाल की उन रिपोर्ट्स से चिंतित होना चाहिए जिसमें स्त्रियों व लड़कियों को तस्करी कर उन्हें चाइना भेजा जा रहा है . रिपोर्ट में बोला गया कि कम से कम पांच अन्य एशियाई राष्ट्रों से चाइना को स्त्रियों व लड़कियों की तस्करी की जा रही है .

पाकिस्तानी अधिकारियों ने सोमवार  को बताया कि उन्होंने वेश्यावृत्ति में लिप्त संगठन से जुड़े 12 संदिग्ध सदस्यों को हिरासत में लिया है. ये पाकिस्तानी स्त्रियों को चाइना ले जा रहे थे. पाक फेडरल जाँच एजेंसी (FIA) के आला ऑफिसर जमील अहमद ने बताया कि अरैस्ट संदिग्धों में आठ चाइना के नागरिक हैं जबकि चार मेम्बर पाक मूल के हैं.मानव तस्करी के मुद्दे की जाँच कर रहे जमील अहमद ने बताया, ‘FIA ने पाकिस्तानी स्त्रियों की चाइना में बढ़ती तस्करी की जानकारी मिलने के बाद इस रैकेट का भंडाफोड़ किया, जहां इन स्त्रियों को वेश्यावृत्ति में धकेला जा रहा था.’ उन्होंने बोला कि इस कार्य में कई रैकेट सक्रिय थे, जो मुख्य रूप से पाक के ईसाई अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहे थे .

मामले में इस्लामाबाद स्थित चीनी दूतावास ने भी अवैध, क्रॉस-बॉर्डर मानव तस्करी पर चिंता जाहिर की . पिछले महीने चीनी दूतावास ने बोला कि चाइना गैरकानूनी मंगनी पर नकेल कसने के लिए पाकिस्तानी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ योगदान कर रहा है . दरअसल मानव तस्करी के जरिए चाइना में स्त्रियों की गैरकानूनी मंगनी या विवाह की जा रही थी . हालांकि दूतावास ने उन रिपोर्टों का खंडन किया जिसमें स्त्रियों को उनके अंगों की ब्रिकी के लिए बेचा जा रहा था . दूतावास ने इन खबरों को बेबुनियाद व भ्रामक बताया है .

FIA ऑफिसर जमील अहमद ने बताया कि मुद्दे का खुलासा तब हुआ जब पुलिस टीम ने छापा मारकर एक विवाह समारोह में भंडाफोड़ किया . यहां चाइना की एक महिला व एक पुरुष के अतिरिक्त एक फर्जी पादरी को विवाह समारोह में हिरासत में लिया गया, जहां एक ईसाई लड़की की विवाह होनी थी . यहां संगठन के सदस्यों ने स्वीकार किया कि वो कम से कम 36 पाकिस्तानी लड़कियों को चाइना भेज चुके हैं जहां उनका प्रयोग वेश्यावृत्ति के लिए किया जा रहा है . आरोपियों ने बताया कि चाइना भेजी गई लड़कियों में अधिक तादाद ईसाईयों की थी जिन्हें पंजाब प्रांत के भिन्न-भिन्न जिलों से लाया गया .