नाख़ून खाने से हमें बहुत बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। हमारे हाथ ना जाने पुरे दिन में कितने चीज़ें छूते होंगे। और फिर हम जब नाख़ून खाते है। तब वो हाथो के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करता है। बच्चे तो बच्चे पर बड़ो को भी ये आदत होती है। नाखून चबाने की आदत की शुरुआत बचपन से ही हो जाती है। लेकिन कुछ अभिभावक बच्चों की इस आदत को गंभीरता से लेते हैं तो कुछ अभिभावक इसे नजर अंदाज करते हैं जिससे आगे चलकर बच्चों के व्यक्तित्व के विकास में आने वाली बाधाएं उन्हें सही समय पर पता ही नहीं चल पातीं।
नाखून चबाने की आदत पर कैसे लगाम लगाएं इससे पहले यह जान लेना जरूरी है कि इस आदत की वजह क्या है। नाखूनों को चबाना एक ऐसी आदत है जो विभिन्न कारणों से हो सकती है जिसमे घबराहट, उदास, हताशा या तनाव के कारण भी शामिल होते है। लोग अनजाने में अपने नाखूनों को चबाते हैं और लम्बे समय तक नाखून चबाने से इस आदत से छुटकारा पाने में बहुत मुश्किल होती है।
कैसे कर सकते हैं इससे बचाव , दो से तीन सप्ताह में एक बार किसी प्रोफेशनल से मेनिक्योर करवा सकते हैं। जब आपके नाखून सुंदर लगते हैं तो आप उन्हें चबाना पसंद नहीं करते। नाखून चबाने की इच्छा उत्पन्न होने पर क्रीम या तेल से उनकी मालिश करें या फिर गाजर या सेब जैसी चीजें चबाएं।आप अपने नाखूनों को छोटा रखें। इसके साथ ही क्यूटीकलस को भी ट्रिम कर दे। यदि आप के नाखून छोटे होंगे तो आप नाखून कम चबाएंगे।आमतौर पर अपने नाखून चबाने कि आदत को सफलतापूर्वक रोकने के लिए आप अपने हाथों पर किसी तीखी वस्तु का इस्तमाल करें जैसे कि मिर्ची का पाउडर, नीम की पत्तियां आदि।महिलाएं किसी भी तीखे स्वाद वाली नेल पॉलिश का इस्तेमाल करें।
ऐसे में नाखून चबाएंगी तो नेल पॉलिश का बदजायका तुरंत याद दिलाएगा कि आप नाखून चबा रही हैं। जब कभी नाखून चबाने का मन हो तो कोई दूसरा काम, ड्राइंग या पेंटिंग करने लगें। अगर आप अपनी नेल बाइटिंग का रिकॉर्ड रखते हैं तो आपको पता चल जाएगा कि आप कब नाखून चबाते हैं? इस तरह से आप अपनी इस आदत को छो़ड सकते हैं।दस्ताने, बैंडेज या रंगीन स्टिकरों का इस्तेमाल अपने नाखूनों पर करें। इससे आपको ध्यान रहेगा कि आपको नाखून नहीं चबाने हैं।