दिल्ली में जारी प्रदूषण का सितम, यमुनापार में 26 प्रदूषणकारी फैक्ट्रियां की गईं सील

दिल्ली और आसपास के शहरों की जनता को वायु प्रदूषण का सितम झेलना पड़ रहा है। बुधवार सुबह धुंध की मोटी चादर के बीच कई इलाकों में विजीबिलिटी कम हो गई। तेज हवा बहने के बाद गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंची, जबकि एक दिन पहले यह हालात ‘खतरनाक’ स्तर पर था।Image result for दिल्ली में जारी प्रदूषण का सितम, यमुनापार में 26 प्रदूषणकारी फैक्ट्रियां की गईं सील

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 358 रहा। पड़ोसी शहर गाजियाबाद का स्तर 362, ग्रेटर नोएडा का स्तर 383 व नोएडा का स्तर 347 रहा, फरीदाबाद का स्तर 388, जबकि गुरुग्राम का स्तर 416 तक पहुंच गया, जो कि ‘गंभीर’ स्तर माना जाता है।

केंद्र संचालित ‘सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च’ (सफर) के अधिकारी ने बताया कि तेज हवा से वायु की गुणवत्ता सुधर सकती है।

दिल्ली में प्रदूषण स्तर के बिगडऩे का सिलसिला जारी रहने रहने पर उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण निजी वाहनों के इस्तेमाल को नियंत्रित करने पर विचार कर रहा है। बुधवार को हवा में घुले अतिसूक्ष्म प्रदूषक कण पीएम 2.5 को 215 दर्ज किया गया। पीएम 10 की तुलना में ये कण स्वास्थ्य के लिए अधिक खतरनाक होते हैं।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, असल में सुबह के वक्त प्रदूषण इसलिए अधिक दिख रहा है, क्योंकि आजकल सुबह हवा नहीं चल रही है। स्मॉग के चलते प्रदूषण के कण नीचे ही जमा रहते हैं। दिन चढ़ते-चढ़ते बढ़ती गतिविधियों, हवा की गति व अन्य कारकों के चलते प्रदूषण के कण आसमान की ओर चले
जाते हैं, जिससे उनका स्तर कम हो जाता है।

पूर्वी निगम शाहदरा दक्षिण जोन निगम अधिकारियों ने बुधवार को पुराना सीलमपुर गांव में अवैध रूप से चल रही जींस डाई और वाशिंग की 17 फैक्ट्रियों को सील कर दिया। सीलिंग प्रक्रिया के दौरान लोगों ने भारी हंगामा किया। वहीं सीलिंग दस्ते के साथ मौजूद बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने फैक्ट्रियों के बिजली  और पानी भी काट दिये गए। इसके अलावा शाहदरा उत्तरी जोन में भी प्रदूषण फैलाने वाली 9 फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया।

हजारों की भीड़ ने निगम व मॉनिटरिंग कमेटी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने संयम से काम लिया और निगम अधिकारियों ने सीलिंग की कार्रवाई शुरू की। बताया गया कि 12 बजे तक चली कार्रवाई के दौरान प्रदूषण फैलाने वाली 17 फैक्टरियों को सील कर दिया।