दिल्ली में आई ये बड़ी आफत, मचा कोहराम, सरकार ले सकती बड़ा फैसला

हादसे में 12 वर्षीय करण, 22 वर्षीय रवींद्र और 50 वर्षीय शख्स की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। स्थानीय लोगों को जब पता चला कि सड़क पर बड़ा हादसा हो गया है.

 

तो सड़क पर पहुंच गए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस को कॉल करने के बाद भी पुलिस व एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची, जिससे भीड़ भड़क गई। लोगों ने सड़क से गुजर रही कई बसों के शीशे तोड़ दिए।

सड़क पर चारों ओर खून ही खून बिखर गया। जैसे ही स्थानीय लोगों को हादसे की जानकारी मिली, तो मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हादसे के बाद चालक मौके पर बस छोड़कर फरार हो गया।

गुस्साए लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सड़क से गुजर रहे कई वाहनों पर पथराव भी किया। मौके पर पहुंची पुलिस की गाडिय़ों को भी भीड़ का गुस्सा झेलना पड़ा।

किसी तरह कैट्स की एंबुलेंस से सतीश (45), पुष्पेंद्र (35), एक महिला व एक अन्य शख्स को स्वामी दयानंद अस्पताल भेजा गया। सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भीड़ को तितर-बितर किया। देर रात तक घटना स्थल पर तनाव बना हुआ था। पुलिस अधिकारी लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे।

हादसा बृहस्पतिवार रात 10 बजे नंद नगरी डिपो के पास हुआ। नंद नगरी फ्लाईओवर से नीचे उतरते समय एक क्लस्टर बस आगे जा रहे ट्रक से टकरा गई। हादसे में चालक ने बस से नियंत्रण खो दिया, जिससे बस बेकाबू हो गई। फ्लाईओवर से उतरते ही किनारे खड़ी रेहड़ी से टकराते हुए बस ने कई वाहनों और राहगीरों को टक्कर मार दी। करीब 50 मीटर दूर जाकर नंद नगरी डिपो के सामने बस रुकी।

नंद नगरी में बृहस्पतिवार रात एक क्लस्टर बस ने कोहराम मचा दिया। फ्लाईओवर से उतरते वक्त बस एक ट्रक से टकराकर नियंत्रण खो बैठी, जिसके बाद बस ने एक-एक कर कई वाहनों को टक्कर मार दी। हादसे में एक मासूम समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला समेत चार लोग बुरी तरह जख्मी हो गए।