दिमाग की टेंशन को दूर कर तरोताजा रखने में मदद करती हैं ये चाय…

‘ब्‍लैक-टी’ में कई ऐसे गुण होते हैं जो आपके बढ़ते वजन को कम करते हैं. दूध वाली चाय की अपेक्षा बिना दूध वाली चाय ज्यादा लाभकारी होती है. सबसे पहले तो इसमें दूध नहीं होता है जो वजन बढ़ाने का कार्य करता है. ब्लैक टी दिमाग की टेंशन को दूर कर आपको तरोताजा रखने में भी मदद करता है. तन-मन में स्‍फूर्ति भरता है. लेकिन, इसके साथ ही चाय वजन कम करने में भी मदद करती है. चाय में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट शरीर से अतिरिक्‍त चर्बी हटाने में अच्छा साबित होता है. आप अगर चाय पीकर वजन कम करने की चाह रखते हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्‍यान रखना चाहिए.

1.चाय में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट वजन घटाते हैं, लेकिन इसके प्रभाव को दूध बहुत ज्यादा हद तक समाप्त कर देता है. बिना दूध की चाय पीने से वजन निंयत्रित रहता है.
2.कई जानकारों का यह भी मानना है कि दूध वाली चाय वजन कम करने के बजाए उसे बढ़ाने का कार्य करती है. आमतौर पर चाय में वसा कम करने के कई तत्व होते हैं. लेकिन चाय में दूध मिलाते ही चाय में वसा कम करने की क्षमता कम हो जाती है.
3.चाय में पाए जाने वाले  वजन घटाने में प्रभावशाली थीफलेविन्स  थिरोबिगिन्स जैसे तत्वों का प्रभाव दूध कम कर देता है. दरअसल, चाय में उपस्थित ये तत्व शरीर की चर्बी घटाने  कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होते हैं. लेकिन दूध में प्रोटीन की मात्रा अधिक होने के कारण इनका असर कम हो जाता है.

4.ब्‍लैक टी पीने से वजन कम होता है क्‍योंकि आप उसमें ना तो दूध मिलाते हैं  ना ही चीनी. ब्लैक टी के लिए हमेशा टी बैग का इस्तेमाल करें. इस तरह से आप अपनी कैलोरी काउंट कर सकते हैं. यदि आप प्रतिदिन ब्‍लैक टी पीते हैं तो आपका वजन निंयत्रित रहता है जिससे आपको हार्ट स्‍ट्रोक का खतरा कम होगा. इसमें उपस्थित फ्लेवोनॉइड बेकार कोलेस्‍ट्रॉल को बनने से रोकता है.
5. काली चाय पीने से भूख कम लगती है, जिससे अलावा चर्बी घटाने में मदद मिलती है.
6. काली चाय में उपस्थित फ्लोराइड हड्डियों  मुंह के रोगों को दूर करने में फायदेमंद है  दिन में 3 बार ब्लैक टी पीने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है.
7. रोज काली चाय के सेवन से डायबिटीज टाइप-2 के खतरे को घटाया जा सकता है. कैंसर सेल्स की ग्रोथ को कम करने में भी काली चाय फायदेमंद होती है.