तुषिता पटेल ने स्क्रॉल के लिए लिखे लेख में कहा है कि अकबर ने उन्हें कई बार किस किया. अकबर की ओर से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने के बाद तुषिता ने ये आरोप लगाए हैं और कहा है कि महिलाएं कोर्ट में भी उनका सामना कर लेंगी.
तुषिता ने लिखा कि बात 1992 की है. वह टेलिग्राफ में ट्रेनी थीं और अकबर ने पत्रकारिता छोड़कर पॉलिटिक्स जॉइन की थी. इसी दौरान अकबर जब कोलकाता आए तो वह अपने कई कलीग के साथ उनसे मिलने गई. बाद में अकबर ने उन्हें घर पर फोन कर बुलाना शुरू कर दिया.
कई बार बुलाने के बाद तुषिता जब अकबर से मिलने होटल के कमरे में पहुंची तो अकबर ने अंडरवियर में दरवाजा खोला. उन्होंने लिखा- ‘मैं दरवाजे पर खड़ी रही, डर गई और मुझे अजीब लगा.’ आखिरकार वह अंदर गई और इसके बाद अकबर बाथरोब पहनकर आए. तुषिता ने लेख में सवाल उठाया है कि क्या नैतिकता की परख के लिए 22 साल की एक लड़की का इस तरह स्वागत किया जाता है?
1993 में अकबर डेक्कन क्रोनिकल के एडिटर इन चीफ थे और तुषिता हैदराबाद में सीनियर सब एडिटर थीं. इसी दौरान अकबर ने अखबार के पन्ने पर चर्चा करने के लिए उन्हें होटल बुलाया और अचानक जोर से पकड़ लिया और चूमने लगे. इसके बाद अगले दिन दफ्तर के कांफ्रेंस में रूम में भी तुषिता ने दोबारा चूमने का आरोप लगाया है.
हालांकि, अकबर ने खुद पर लगे यौन शोषण के तमाम आरोपों को झूठा करार दिया है. लेकिन भारत के अलावा विदेशों के भी कुछ पत्रकारों ने उन पर आरोप लगाए हैं. इंग्लैंड की एक पत्रकार रुथ डेविड ने एक ब्लॉग लिखा है कि वह जब टीनेज में थीं, तभी अकबर ने उनका यौन शोषण किया था. वहीं, गजाला वहाब ने लिखा कि अकबर ने ऑफिस के अपने कमरे में यौन शोषण किया.
रुथ ने ट्रेनी पत्रकार के तौर पर एक अंग्रेजी अखबार में काम किया था, तब अकबर वहां एडिटर थे. बात 1999 की है. रुथ ने लिखा है कि ऑफिस में अकबर का जो कमरा था, उसमें लकड़ी का दरवाजा था, जिससे कोई कुछ देख नहीं सकता था. रुथ ने लिखा कि अकबर उम्र में उनसे 30 साल से अधिक बड़े थे, लेकिन ‘सिर्फ बातें करना’ चाहते थे. अकबर उन्हें घूरते भी रहते थे. एक बार वे रुथ की कुर्सी के पीछे खड़े हो गए और मसाज करने का ऑफर दिया. अकबर ने उन्हें किस करने की कोशिश भी की.
फोर्स न्यूज मैगजीन की एग्जेक्यूटिव एडिटर गजाला वहाब ने द वायर पर लिखे लेख में विस्तार से बताया था कि किस तरह अकबर बार-बार उनका यौन शोषण करते थे. गजाला ने बतौर इंटर्न 1994 में एशियन एज अखबार ज्वाइन किया था. एमजे अकबर तब वहां एडिटर थे. गजाला ने लिखा कि ऑफिस में उनका तीसरा साल था, तभी अकबर की नजर उन पर पड़ी. उनका डेस्क अकबर के केबिन के सामने शिफ्ट कर दिया गया. अकबर अक्सर उन्हें घूरते रहते और अश्लील मैसेज भेजते.
गजाला ने लिखा था- 1997 की बात है. एक बार अकबर ने पीछे से आकर उन्हें जकड़ लिया. ऊपर से नीचे तक छुआ. उन्होंने छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन अकबर प्लास्टर की तरह चिपके रहे. अकबर इस दौरान केबिन का दरवाजा भी ब्लॉक करके रखते थे. गजाला लिखती हैं कि वे इसके बाद टॉयलेट में जाकर रोती रहीं.
गजाला के आरोपों के मुताबिक, अगली शाम अकबर ने फिर उन्हें केबिन में बुलाया और दरवाजा बंद करके किस किया. वो खुद को छुड़ाने के लिए संघर्ष करती रहीं. ऑफिस से बाहर आकर पार्किंग वाली जगह में बैठकर रोईं.
अमेरिकी टीवी चैनल की पत्रकार माजली डे पु कैंप ने भी अकबर पर आरोप लगाया. 2007 में 18 साल की माजली को एशियन एज अखबार में इंटर्नशिप करने का मौका मिला. माजली ने उस दिन की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वो उनके इंटर्नशिप का आखिरी दिन था और वो उन्हें थैंक्यू कहने अकबर के चैंबर में गई थीं. माजली ने बताया- ‘वो डेस्क के पास आए जहां पर मैं खड़ी थी, मैंने हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया, लेकिन उन्होंने मेरी बांह पकड़ ली.’
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