बंद हो चुकी जेट एयरवेज की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ जहां कर्मचारियों का मार्च महीने से पीएफ जमा नहीं करने पर कंपनी को नोटिस जारी कर दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ अभी तक निवेशकों द्वारा रुचि नहीं दिखाई देने से बैंक लोन को बट्टे-खाते में डाल सकते हैं.
नहीं जमा किया पीएफ का पैसा
जेट एयरवेज ने मार्च महीने से अपने मुंबई के पीएफ ऑफिस में पंजीकृत 13,839 कर्मचारियों का पीएफ खाते में पैसा जमा नहीं किया है. अब सहायक पीएफ आयुक्त के ऑफिस से कंपनी को नोटिस भेज दिया है.
कर्मचारियों को मिलेगा पैसा
हालांकि मुंबई के सहायक पीएफ आयुक्त दिलीप राठौड़ ने बोला कि अगर कर्मचारी क्लेम करते हैं तो फिर उनको पैसा मिलेगा. इसके अतिरिक्त उनको एडवांस भी दिया जा सकता है.
पंजीकृत होगा मुकदमा
पीएफ आयुक्त ने जेट एयरवेज को चेतावनी देते हुए बोला है कि वो पीएफ कानून 1952 के सेक्शन सात के तहत पूछताछ व पुलिस में कंपनी के विरूद्ध आईपीसी की धारा 406 व 409 के तहत एफआईआर पंजीकृत करा सकता है
बट्टे खाते में जा सकता है कर्ज
एसबीआई की प्रतिनिधित्व वाले बैंक जेट एयरवेज का 8400 रुपये का लोन बट्टे खाते में डाल सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि अभी तक जिन निवेशकों ने अपनी निविदाएं जेट एयरवेज को खरीदने के लगाई थीं, उनमें से किसी ने भी अगला कदम नहीं उठाया है.
बैंकों को होने कि सम्भावना है बड़ा नुकसान
फिलहाल बोली नहीं लगने से बैंकों को बड़ा नुकसान होने कि सम्भावना है. ऐसा इसलिए क्योंकि जेट एयरवेज के पास वैसे ना तो स्लॉट बचे हैं, पायलट छोड़ कर दूसरी कंपनियों में चले गए हैं व प्लेन में अन्य कंपनियों को उड़ाने के लिए दे दिए गए हैं. आज रात तक का समय बचा है जब जेट एयरवेज को खरीदने वाली कंपनी को अपनी बोली बैंक के पास जमा करनी है.अगर देर रात तक जेट एयरवेज के लिए बोली नहीं लगी तो फिर कंपनी इतिहास के पन्नों में पंजीकृत हो जाएगी.
भुनाएंगे बैंक गारंटी
फिलहाल एचडीएफसी ने अपना बकाया वसूलने के लिए जेट का एक ऑफिस नीलाम करने का निर्णय किया है. इसके साथ ही हवाई अड्डा प्राधिकरण भी जेट की तरफ से मिली बैंक गारंटी को भुना सकता है. जेट ने देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर अपने ऑफिस के लिए लीज पर स्थान ले रखी है.