जानिए लोकसभा में इसलिए सन्नी देओल नहीं बैठें अपनी सौतली मां हेमा मालिनी के साथ

लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार कई एक्टर  एक्ट्रेस ने जीत पंजीकृत की हैं इनमें से  सन्नी देओल भी हैं महान एक्टर धर्मेंद्र के बड़े बेटे हैं तो उनकी पत्नी हैं

हालांकि आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि की सगी मां नहीं हैं हेडिंग में आपने पढ़ा की एक्टर सन्नी देओल सौतेली मां के साथ संसद में साथ नहीं बैठेंगे सौतेली मां का नाम आते ही जेहन में झगड़े  मनमुटाव की बात आती है, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं है धर्मेंद्र के बारे में बोला जाता है कि उन्होंने बड़ी ही समझदारी से दोनों पत्नियों  परिवार की एकजुटता बनाए रखे हुए हैं

दरअसल, सन्नी देओल पहली बार पंजाब के गुरुदासपुर से सांसद बने हैं  दूसरी बार यूपी मथुरा सीट से सांसद बनी हैं इससे पहले राज्यसभा में भी रह चुकी हैं इस तरह वह वरिष्ठ संसद मेम्बर हैं लोकसभा की परंपरा के मुताबिक नए सांसदों के बैठने की व्यवस्था पीछे की पंक्ति में की जाती है, भले ही वह सत्ताधारी दल का क्यों ना हो वहीं वरिष्ठ सांसदों को सम्मान देते हुए उनके आगे की पंक्ति में बैठने की व्यवस्था की जाती है इस तरह आगे की पंक्ति में तो उनके सौतेले बेटे धर्मेंद्र पीछे की पंक्ति में बैठेंगे

मालूम हो कि सन्नी देओल ने गुरुदासपुर सीट पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ को 82459 मतों से पराजित किया है वहीं ने राष्ट्रीय लोकदल के कुंवर नरेंद्र सिंह को 293471 मतों से पराजित की हैं सन्नी देओल की पहली पत्नी का नाम प्रकाश कौर है प्रकाश कौर से धर्मेंद्र की तीन बच्चे अजय सिंह (सनी), विजय सिंह (बॉबी), विजेता  अजेता देओल हैं से धर्मेंद्र की दो बेटियां ईशा  अहाना हैं धर्मेंद्र ने अपनी पहली पत्नी से तलाक लिए बगैर ही हेमा से विवाह की थी. धर्मेंद्र ने प्रकाश से 1954 में 19 वर्ष की आयु में घरवालों की मर्जी से प्रकाश कौर से विवाह की थीं