जानिए लव मैरेज के लिए घरवालों को राजी करने के लिए करे ये कार्य

लव मैरेज के लिए घरवालों को मनाना आज भी किसी मिशन से कम नहीं है. आज भी कई परिवार ऐसे हैं जो अपने बच्चों के लव मैरेज के निर्णय में उनका स्पोर्ट नहीं करते हैं.
अगर पार्टनर एक जाति का है तब तो अच्छा  अगर पार्टनर किसी दूसरी जाति या धर्म का है तब तो समझलिए घर मेंं वॉर होनी तय है. वैसे तो पेरेंट्स को मनाने का कोई एक ‘फेल-प्रूफ’ उपायनहीं है, लेकिन इस मुद्दे में ये कुछ टिप्स आपकी मदद जरूर कर सकते हैं
सही वक्त भारत में आज भी उन परिवारों की संख्या उंगली पर गिनी जा सकती है, जहां माता-पिता शादी-ब्याह के मुद्दे में खुद बच्चे से उसकी पसंद के बारे में पूछें. अगर आपको ऐसा सौभाग्य प्राप्त ना हो सका हो, तो कोई बात नहीं, आप कतार में अकेले नहीं हैं. खैर मु्द्दे की बात तो यह है कि अपने लव इंट्रेस्ट के बारे में पेरेंट्स को कब  किस तरह सूचित किया जाए.इस मुद्दे में हमारी सलाह है कि जैसे ही बुआ जी (या कोई और) आपके लिए रिश्ता लेकर आएं या फिर आपकी विवाह का जिक्र छिड़े आप समझ लीजिए ‘डी-डे’ आ चुका है.
ऐसे बताएं पेरेंट्स को ‘लाज-शर्म’ को ताक पर रखकर अगर आप खुद बाबूजी से अपनी विवाह की बात कहेंगी, तो मुद्दा उल्टा पड़ने का खतरा है. इसलिए अपने भाई-बहन को अपना ‘दूत’ या ‘कबूतर’ बनाकर माता-पिता के सामने प्रस्तुत करें. वे आपकी बात आराम से रख सकेंगे.  इसके बाद पेरेंट्स का रौद्र रूप झेलने के लिए भी तैयार रहें.
जैसे ही उनका गुस्सा शांत हो उनके तकिए के नीचे एक चिट्ठी रख दें जिसमें आपको अपने लवर की खूबिया गिनानी हैं. जिस तरह क्लाइंट को लुभाने के लिए कंपनियां बिजनेस प्रपोजल तैयार करती हैं, समझ लीजिए आपकी वह चिट्ठी भी वैसी ही होनी चाहिए.  (घर में या आस पड़ोस में किसी ने ऐसी विवाह की है,  वह पास रही हो, तो उसका उदाहरण देना ना भूलें)
समर्थन जुटाएं शादी के लिए पेरेंट्स को मनाना किसी क्रांति से कम नहीं. इसलिए आपको अपने लिए समर्थन भी जुटाना होगा. लव मैरेज करने वाले आपके यार दोस्त  भाई-बहन आपका कार्य सरल कर सकते हैं. साथ ही पेरेंट्स को उन संबंधियों से दूर रखें जो ऐसी विवाह के विरूद्ध हों.
पेरेटेंस  पार्टनर की बैठक फिक्स करें पेरेट्स अगर मान नहीं रहे हों, तो कम से कम उन्हें इस बात के लिए जरूर मना लें कि वह एक बार उस इंसान से जरूर मिल लें, जिससे आप विवाहकरना चाहते हैं.
साथ ही अपने पार्टनर को भी अपने माता-पिता की पसंद-नापसंद के बारे में बता दें, ताकि वे अपनी जिंगदी के सबसे अहम इंटव्यू में अपना बेस्ट शॉट दें जब भी पेरेंट्स को मनाएं, कोई धमकी ना दें, ना ही इमोश्नल अत्याचार करें उनपर. याद रखिए आपके हर एक्शन का उनके पास इक्वल  अपोजिट रिएक्शन भी होने कि सम्भावना है क्योंकि वे ठीकअर्थ में आपके बाप हैं. तो स्ट्रैटिजी बनाएं,  लग जाएं कार्य पर.  ऑल द बेस्ट!!!