दिल्ली के विद्यार्थी पलाश तनेजा के लिए उस वक्त सपना हकीकत होने जैसा था, जब वह यहां एप्पल के मुख्य कार्यकारी ऑफिसर टिम कुक से 13 वैश्विक विद्यार्थियों के साथ मिले व इस मौके पर उन्होंने कुक से मजाकिया सवाल पूछा -आप कैसे हैं, टिम कुक? इससे पहले कि कुक उसका जवाब दे पाते, वहां उपस्थित सभी लोगों में हंसी की लहर दौड़ गई।
कुक ने संसार भर के उज्जवल युवा कोडर्स से मुलाकात की, जिसमें हिंदुस्तान से एक मात्र पलाश थे। उन्होंने जवाब में कहा, “हां, मैं अच्छा हूं व समझ पा रहा हूं कि आपका मतलब क्या है। ”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मार्च में एक सम्मेलन में भूल से टिम कुक को ‘टिम एप्पल’ संबोधित कर दिया था। एप्पल के सीईओ ने बाद में ट्विटर पर अपना नाम बदलकर ‘टिम एप्पल’ कर लिया था व अपने सरनेम की स्थान पर कंपनी का लोगो लगा दिया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
पलाश (18) ने हाल में ही स्कूल की पढ़ाई पूरी है व वह आस्टीन के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास जाने से पहले गैप ईयर में हैं। उन्होंने कुक के समक्ष एक नया आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) व मशीन लर्निग (एमएल) आधारित परियोजना प्रस्तुत की।
पलाश ने आईएएनएस को बताया, “मैंने उन्हें अपनी परियोजना दिखाई, जिसमें न्यूरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) आधारित एल्गोरिदम से यूट्यूब वीडियो जो आप देख रहे हैं, उसकी भाषा बदली जा सकती है, जैसे अंग्रेजी से हिन्दी की जा सकती है। ”