चलती ट्रेन में यात्रियों के सरदर्द, पैर दर्द या थकान होने पर उन्हें अब दवाई खाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। जी हां, भारतीय रेलवे अब चलती ट्रेन में ही मसाज की सुविधा उपलब्ध करवाएगी।
न्यू इनोवेटिव नॉन फेयर रेवेन्यू स्कीम के तहत रेलवे की इतिहास में यह पहली बार इस तरह की सुविधा मिलने जा रही है। जिसकी आरंभ मध्य प्रदेश के रतलाम रेल मंडल से की जाएगी। रतलाम रेल मंडल के इंदौर स्टेशन से चलने वाली 39 एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों में अब मसाजर उपलब्ध रहेंगे जो यात्रियों को अपनी सेवाएं देंगे। ट्रेन में ही मसाज की सुविधा के लिए बाकायदा लायसेंस ऑफ़ अग्रीमेंट जारी कर दिए गए हैं।
यात्रियों को यह सुविधा 15 से 20 दिनों के अंदर मिलने लगेंगी। ट्रेनों में लंबा सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे के इस कदम को बहुत ज्यादा सराहा जा रहा है। भारतीय रेलवे के इस कवायद से विभाग को सालाना 20 लाख रूपए की कमाई होने का अनुमान है। साथ ही मसाज कराने वाले 20 हजार नए यात्री भी मिलेंगे, जिससे सालाना 90 लाख रुपये की अलावाआय होने का अनुमान है। इसके लिए हर ट्रेन में दो ट्रेंड मसाजर उपस्थित रहेंगे। जिनके फोन नंबर टीटीई व कोच में उपलब्ध करवाए जाएंगे। यात्री इस सुविधा का फायदा सुंबह 6 बजे से रात 10 बजे तक उठा पाएंगे।
कितना करना होगा भुगतान-
यात्रियों को सिर व पैर की मसाज के लिए 100 से लेकर 300 रूपए तक का भुगतान करना पड़ सकता है। मसाज का लुत्फ उठाने के लिए पहचान लेटर दिखाना जरूरी होगा। ‘द गोल्ड’ स्कीम में 15 से 20 मिनट तक मालिश कराने के लिए 100 रुएये, ‘डायमंड मसाज’ के तहत ऑयल व क्रीम के साथ 200 रुपये, तो वहीं ‘प्लैटिनम स्कीम’ के तहत खास ढंग के ऑयल वक्रीम के साथ मसाज व चंपी करने का 300 रुपये खर्ज करने होंगे।
इंदौर से चलने वाली सिर्फ 39 ट्रेनों में मिलगी सुविधा-
भारती रेलवे की यह सेवा वैसे इंदौर से चलने वाली सिर्फ 39 ट्रेनों में ही उपलब्ध होगी। रेलवे ऑफिसर के मुताबिक देहरादून-इंदौर एक्सप्रेस (14317), नयी दिल्ली-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस (12416) व इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस (19325) जैसी अहम ट्रेनें भी इसमें शामिल हैं।
सेवा का विस्तार-