अलीगढ़ के के मुद्दे में दिल दहलाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस खौफनाक हत्याकांड की जाँच के लिए छह सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है।
हमलावरों ने मासूम की इस बेरहमी से पिटाई की थी कि पसलियों के साथ उसका बायां पैर भी टूट गया था। मासूम के सिर में भी गंभीर चोटें पाई गई हैं। हालांकि, पोस्टामॉर्टम रिपोर्ट में यौन हिंसा का कोई प्रमाण नहीं मिला है। फोरेंसिक प्रयोगशाला में भी जाँच करने का निर्णय लिया गया है।
पैसों का लेनदेन बना बवाल
25 से 26 मई को टप्पल इलाके में बच्ची के घर के पास जाहिद व पैसे दिलवाने वाले बिचौलिए के साथ पैसों को आपस में बहस हो रही थी, तभी बच्ची का दादा भी वहां से निकल रहा था, फिर तीनों के बीच पैसों को लेकर बात हुई, फिर बाद इतनी ज्यादा बढ़ गई की जाहिद ने बच्ची के दादा को धमकी देते हुए देख लेने की बात कही।
30 मई खेलते-खेलते गायब हुई थी मासूम
30 मई को प्रातः काल 8 बजे बच्ची अपने घर से 10-20 कदम की दूरी पर खेल रही थी, तभी आकस्मित गायब हो गई। बच्ची के परिजनों ने उसे ढूंढा, लेकिन बच्ची नहीं मिली। मंदिर वमस्जिद से अनोउंसमेन्ट भी करवाया गया। लेकिन फिर भी कोई जानकारी नहीं आई। 12 बजे तक जब बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला, तो परिजन टप्पल थाने पहुंचें। पुलिस ने केसपंजीकृत नहीं किया ये कहकर मुद्दा रफादफा कर दिया कि बच्ची आपकी मिल जाएगी, आप हमारा नम्बर ले कुछ भी हो तो बता देना।
कुत्ते नोंच रहे थे लाश
ये सुनकर बच्ची के परिवार के लोग घर आ गए लेकिन 24 घंटे के बाद भी जब बच्ची का सुराग नहीं लगा, तो 31 मई को शाम तकरीबन 4 बजे पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 किडनैपिंग का केस पंजीकृत किया, फिर 2 जून को प्रातः काल तक़रीबन 7 बजे आरोपी ज़ाहिद के घर के सामने खाली पड़ा प्लॉट जहां लोग कूड़ा फेंकते हैं, वहां से एक महिला सफाई कर्मचारी माया वहां से कूड़ा ले रही थी, तभी उसने देखा की एक डेडबॉडी को तीन कुत्ते नोंच रहे हैं।
बच्ची के इनर से परिजनों ने पहचाना
ऐसे देखते ही महिला कर्मचारी ने शोर मचा दिया। लोग इकठ्ठा हो गए। बच्ची के परिवार के लोग भी आ गए। बच्ची के परिजनों इनर को देखकर पहचान लिया। जाहिद के घर के बाहर बच्ची के मिलने के बाद परिवार का संदेह जाहिद पर गया व लोगों के जमा होने के बाद वह भागने की प्रयास कर रहा था, परिवार वालों ने उसे मौके से पकड़ लिया व पुलिस को जानकारी दी।
मौके पर से ही आरोपी को दबोचा
पुलिस ने जाहिद को मौके से पकड़ा, फिर उससे पूछताछ के बाद उसके दोस्त असलम को भी पकड़ लिया। पुलिस ने दोनों को चार जून को अरैस्ट किया। आरोपी जाहिद ने बताया की उसने बच्ची को 30 मई को किडनैप करने के बाद उसे असलम घर ले गया व भूसे वाले कमरे में ले जाकर उसे मार दिया। फिर 1 मई की देर शाम को बच्ची को जाहिद ने असलम के घर से बच्ची को लिया व सामने वाले खाली खण्डर मकान में डाल दिया व फिर 2 मई की प्रातः काल बच्ची को डेड बॉडी बरामद हुई।
पांच पुलिसवालों को सस्पेंड
इस सारे मुद्दे में अगर पुलिस लापरवाही नहीं बरतती तो बच्ची की जान बच सकती थी। मुद्दे के तूल पकड़ते ही पुलिस ऑफिसर ने पांच पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया। वहीं, पुलिस ऑफिसर ने मीडिया को बताया की बच्ची को गला दबाकर मर्डर की गई व कोई बलात्कार नहीं हुआ। लेकिन पीएम रिपोर्ट में ये लिखा है की बच्ची के साथ बहुत बुरा सलूक किया गया उसका हाथ भी कटा हुआ है। आरोपी जाहिद पर कोई प्रीवियस अपराधी रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन मोहम्मद असलम पर पहले ही दो केस पंजीकृत है। दोनों आरोपी के परिवारवाले अब फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के पॉइंटर
– 3-4 दिन पहले मौत
– मृत्यु की वजह दम घुटना
– लेफ्ट चेस्ट पर पिटाई
– रिब्स टूटी हुई
– लेफ्ट लेग फ्रेक्चर
– सर में चोट
– सीधा हाथ कंधे की तरफ से कटा हुआ है
– बहुत ज़्यादा पीटा गया है
– बॉडी में कीड़े पड़ गए, जिससे हड्डी तक एक्सपोज़ हो रही हैं
– सर में चोट
– नाक की हड्डी टूटी हुई
– दोनों आखों पर जख्म
– बलात्कार की पुष्टि के लिए स्लाइड फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेजी गई है