क्रिकेट वर्ल्ड कप प्रारम्भ होने के साथ सट्टा मार्केट भी पूरी तरह सक्रिय हो गया है। अभी तक क्रिकेट मैच खेलने के लिए लोग सटोरियों को फोन कर अपना दाव लगाते थे, लेकिन अब यह उपाय उत्तर प्रदेश के सटोरियों के लिए पुराना हो गया है।
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में सक्रिय सटोरियों ने इस बार क्रिकेट वर्ल्ड कप में सट्टा लगाने के लिए बाकायदा एक वेबसाइट बनाई है। अब इस वेब साइट के जरिए क्रिकेट वर्ल्ड कप के हर मैच में सट्टा खेला जा रहा है। ऐसा नहीं है वेबसाइट के जरिए सट्टा खेलने की बात से उत्तर प्रदेश पुलिस अनभिज्ञ है।
वेबसाइट के जरिए सट्टा मार्केट गर्म होने की भनक लगते ही कुछ लोगों ने इसकी जानकारी ट्विटर के जरिए उत्तर प्रदेश पुलिस को दी है। उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय की तरफ से महोबा जिला पुलिस को इस मामले में उचित कार्रवाई करने के आदेश भी दिए गए हैं। बावजूद इसके, अब तक न ही इस वेबसाइट को उत्तर प्रदेश पुलिस ने बंद कराया है व न ही दोषियों के विरूद्ध कोई एफआईआर लिखी गई है। उत्तर प्रदेश के ऑफिसर इस मामले में जाँच की बात कह अपना पल्ला झाड़ रहे है।
संभव है कि जब तक पुलिस की यह जाँच पूरी हो, तब तक क्रिकेट वर्ल्ड कप खत्म हो जाए व सटोरिये अपना खेल पूरा कर खुद-ब-खुद सट्टा मार्केट से जुड़ी इस वेबसाइट को बंद कर दें।वेबसाइट बंद होने के बाद जाँच के लिए क्या बचेगा, आप समझ सकते हैं।
जाने कैसे चल रहा है वेबसाइट से सट्टे का खेल
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के भीतर आने वाले महोबा के सटोरियों ने इस वेबसाइट को तैयार किया है। वेबसाइट में दाखिल होने के लिए सट्टा लगाने वाले लोगों को एक लागिन आईडी व पासवर्ड की आवश्यकता होगी। यह लॉगिन आईडी व पासवर्ड सटोरियों पहचान सुनिश्चित करने के बाद सट्टा खेलने वाले लोगों को दे रहे हैं। एक बार लॉगिन आईडी व पासवर्ड हाथ आने के बाद सट्टेबाजी करने वाले लोग पुलिस की नजर से दूर अपना हर दाव लगा सकते हैं।
कोतवाली प्रभारी को सौंपी गई है जांच: अपर पुलिस अधीक्षक, महोबा
सट्टा मार्केट से जुड़ी वेबसाइट को लेकर महोबा के अपर पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जब-जब सटोरियों को लेकर जिला पुलिस को सूचना मिली है, पुलिस की तरफ से सट्टेबाजी को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। बीते आईपीएल के दौरान, पुलिस ने कई सट्टेबाजों के विरूद्ध मुद्दा पंजीकृत कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा था।जहां तक बात, सट्टा मार्केट से जुड़ी वेबसाइट की है, तो इस मामले में कोतवाली इंस्पेक्टर को जाँच सौंपी गई है। जाँच के तथ्य सामने आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।