प्रदूषण से आज के समय में सबसे ज्यादा समुद्री जीव प्रभावित हो रहे हैं। ब्रिटेन व जापान के विश्वविद्यालयों ने जलवायु बदलाव पर संयुक्त रूप से किए गए एक अध्ययन में पाया कि बेहद अम्लीय समुद्रों में रहने वाले घोंघों के लिए जिंदा रहना बहुत कठिन साबित हो रहा है।
ब्रिटेन के प्लाइमौथ विश्वविद्यालय व जापान के सुकुबा विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने समुद्र के पानी में बढ़ रहे कार्बन डाईऑक्साइड (सीओ2) के बड़े आकार वाले समुद्री घोंघों (शंख) के खोल पर पड़ने वाले असर का अध्ययन किया।
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि पानी में लगातार बढ़ रही सीओ2 की मात्रा से घोंघों के खोल की मोटाई, घनत्व, बनावट आदि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। अम्लीयता के कारण खोल घुल रहा है।
इस अध्ययन का निष्कर्ष फ्रंटियर्स इन मरीन साइंस नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। अनुसंधानकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि खोल वाले अन्य जीवों पर भी ऐसा ही असर पड़ रहा है।इससे उनके ज़िंदगी को खतरा उत्पन्न हो रहा है। सुकुबा विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर बेन हार्वे ने कहा, ‘‘समुद्रों का अम्लीकरण स्पष्ट रूप से समुद्री ज़िंदगी के लिए खतरा है।