चीन ने उत्तर कोरिया को दी कोरोना की वैक्सीन, लगाने पर किम जोंग को हुआ ये, अभी तक नहीं आया…

इनमें सिनोवेक बायोटेक लिमिटेड, कैनसिनोबायो और चाइना नेशनल फार्मास्यूटिकल ग्रुप (सिनोफार्म)शामिल हैं . सिनोफार्म का बोलना है कि उसके वैक्सीन कैंडिडेट को चाइना में करीब 10 लाख लोगों पर इस्तेमाल किया जा चुका है . हालांकि किसी भी कंपनी ने देश में चल रहे Covid-19 वैक्सीन के फेज-3 के ट्रायल से जुड़े रिज़ल्ट को सार्वजनिक नहीं किया है .

 

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रतिनिधि हुआ चुनयिंग ने अपनी रेगुलर ब्रीफिंग में ना तो वैक्सीन दिए जाने से मना किया और ना ही इसकी पुष्टि की . चुनयिंग ने बोला कि उन्होंने इस तरह की खबरों के बारे में नहीं सुना है . वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स को इस बात पर शक है कि किम प्रायोगिक वैक्सीन का इस्तेमाल करेगा .

इसमें कहा गया है कि किम जोंग उन और उनके परिवार में अनेक हाई रैंक के ऑफिसरों और लीडरशीप नेटवर्क को पिछले दो से तीन हफ्ते में टीका लगाया गया है .

इस वैक्सीन को चीनी सरकार ने सप्लाई किया था . यूएस मेडिकल साइंटिस्ट पीटर जे होत्ज का हवाला देते हुए काजनिस ने बोला कि कम से कम तीन चीनी कंपनी कोविड-19 वायरस रोग से निदान के लिए टीका विकसित करने में जुटी हैं .

वाशिंगटन में सेंटर फॉर द नेशनल इंटरेस्ट थिंक टैंक के उत्तर कोरिया के एक्सपर्ट हैरी काजनिस ने बोला कि किम और उत्तर कोरिया के कई वरिष्ठ ऑफिसरों को टीका लगाया गया है.

उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि किस कंपनी ने अपने ड्रग कैंडिडेट को किम्स को सप्लाई किया था. एक्सपर्ट ने बोला कि क्या यह वैक्सीन सुरक्षित साबित हुई यह नहीं इसकी पुष्टि नहीं हुई है. काजनिस ने इस बारे में 19फॉर्टी फाइव के लिए आर्टिकल लिखा है .

चीन ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और उनके परिवार को एक प्रायोगिक कोविड-19 वायरस वैक्सीन दी है. एक अमेरिकी विश्लेषक ने मंगलवार को दो अज्ञात जापानी खुफिया स्रोतों का हवाला देते हुए यह बात कही.