बिहार में सुशासन के दावे करने वाली नीतीश सरकार की पोल एक-एक करके खुलती जा रही है। बिहार में महिला सुरक्षा सिर्फ फाइलों में दबी है। पहले मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामला सामने आया तो अब मनचलों ने गर्ल्स हॉस्टल के भीतर घुसकर छात्राओं से मारपीट की है। इस मामले में 34 लड़कियां घायल हो गई है। 12 लड़कियों की स्थिति गंभीर बनी हुई है ।
सुपौल के त्रिवेणीगंज स्थित कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय में मनचलों ने जम कर उत्पात मचाया। रिपोर्ट के मुताबिक मनचले स्कूल की छात्राओं से छेड़खानी करते थे। वो गर्ल्स हॉस्टल की दीवारों पर गंदी बातें लिख देते थे। उन्हें देखकर अश्लील इशारे करते थे। जब छात्राओं ने इसका विरोध किया तो मनचलों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया और उन्होंने हॉस्टल में घुसकर छात्राओं को जमकर पीटा। लाठी-डंडों से लड़कियों पर हमला कर दिया । इस हमले में घायल 34 छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गई, जिनमें से 12 की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
छात्राओं ने की थी छेड़खानी की शिकायत
दरअसल लड़के हॉस्टल की दवारों पर अश्लील बातें लिख देते थे। लड़कियों पर अश्लील कमेंट करते थे। शनिवार की शाम में स्कूल की कुछ छात्राएं मैदान में खेल रही थीं। तभी कुछ मनचले वहां आए और उनपर अभद्र टिप्पणी करने लगे। लड़कियों ने आपत्ति जताई और अध्यापकों से उनकी शिकायत कर दी।
प्रशासन पर उठे सवाल
लड़कियों की शिकायत पर स्कूल के अध्यापक और विद्यालय प्रधान उन मनचलों को समझाने गए तो वो लड़के भड़क गए और विद्यालय पर हमला बोल दिया। उन्होंने वहां की सभी छात्राओं और शिक्षकों के साथ बेरहमी से मारा-पीटा। लाठी-डंडो से उनकी पिटाई कर दी। घटना में 34 छात्राएं घायल हो गए। वहीं मामला अब पुलिस तक पहुंच गया है। जानकारी मिलने के बाद सांसद रंजीत रंजन लड़कियों को देखने अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शासन-प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया।