केंद्र में एक बार फिर नरेन्द्र मोदी सरकार आने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विधानसभा चुनाव के लिए अगले कुछ महीने आम आदमी पार्टी व बीजेपी के लिए अहम हैं।
दिल्ली में विकास काम चलता रहे व लोगों का कोई कार्य किसी प्रशासनिक अड़चन के चलते न रुके। इसके लिए केन्द्र की भाजपा व दिल्ली की आप सरकार के बीच अच्छे संबंध होने चाहिए।सबसे ज्यादा खास संबंध गृह मंत्री व दिल्ली के सीएम के बीच तालमेल महत्वपूर्ण है।
बात मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व गृहमंत्री अमित शाह के बीच सियासी संबंध कटु रहे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह पर जुबानी हमला बोलते हुए भाजपा को वोट न करने की अपील की थी। अब केजरीवाल को शाह से ही तालमेल बिठाकर दिल्ली के लिए कार्य करना होगा।
दरअसल, दिल्ली की कानून व्यवस्था, पुलिस, जमीन से जुड़े मुद्दे लेफ्टिनेंट गवर्नर के तहत आते हैं। लेफ्टिनेंट गवर्नर सीधे गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करते हैं। दूसरी ओर अधिकारी, दिल्ली सरकार द्वारा तय की गई योजनाओं के आधार पर कार्य करती है। ऐसे में किसी भी समस्या या टकराव से बचने के लिए गृह मंत्री व दिल्ली के मुख्यमंत्री के बीच अच्छा तालमेल होना महत्वपूर्ण है।
केजरीवाल ने किया था ट्वीट
लोकसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल ने ट्विटर हैंडल से लिखा है था – ‘देशवासियों, वोट देते वक़्त सोचना। अगर मोदी जी दोबारा आ गए तो अमित शाह गृह मंत्री होंगे। जिस देश का गृह मंत्री अमित शाह हो, उस देश का क्या होगा, ये सोच के वोट डालना। ‘
5 वर्ष सारी ताकत लगाकर जिसका मनोबल नहीं तोड़ सके, चुनाव में नहीं हरा सके। । अब उसे रास्ते से इस तरह हटाना चाहते हो कायरो! ये केजरीवाल ही तुम्हारा काल है। ‘