कुल्हड़ में चाय पीने से शरीर को मिलता है ये बड़ा लाभ

अधिकतर जगहों पर आपने देखा होगा जैसे कि दुकानों पर या शादियों में लोग चाय के लिए फोम के कप का इस्तेमाल करते हैं। ये पॉलीस्टीरीन से बने होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक है।

जब आप चाय किसी फोम के कप में डालते हैं तो इसके कुछ तत्व चाय में घुलकर पेट के अंदर चले जाते हैं जिससे आगे चलकर आपको कैंसर जैसी भयंकर बीमारी भी हो सकती है।

फोम वाले कप में उपस्थित स्टाइरीन से आपको थकान, फोकस में कमी, अनियमित हार्मोनल बदलाव के अलावा और भी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इन कप में कभी भी चाय नहीं पीनी चाहिए ।

लोगों का ऐसा मानना है की इसमें चाय पीने का मजा ही अलग है और इसमें चाय पीने से उसमें मिट्टी की खुशबू जुड़ जाती है जो उसके स्वाद को और बढ़ा देती है। असल में ये बात सुच है की कुल्हड़ में चाय पीना बाकी सारे तरीकों के मुकाबले काफी ज्यादा फायदेमंद है। कई शहरों में दुकानों पर प्लास्टिक, स्टील या फोम के कप इस्तेमाल किये जाते हैं जोली बहुत नुकसानदेह होते हैं।

आपने एक चीज नोटिस की होगी की उत्तर भारत के बहुत से इलाकों में लोग चाय एक ख़ास तरह के मिट्टी के बर्तन में पीते हैं जिसे कुल्हड़ कहा जाता है। ये डिस्पोजल कप होते हैं, मतलब ये है की चाय पीने के बाद लोग इसे फेंक देते हैं इसका दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में कुल्हड़ बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है।