यहां लक्सा थाना क्षेत्र में दीपक उर्फ लड्डू ठेले पर कपड़े बेचता था. परिवार में दीपक के अतिरिक्त पत्नी व 3 बेटियां निबिया(9), अद्वितीय (7) व रिया (5) ) थीं. आईपीएल मैच के दौरान दीपक लगातार सट्टे में पैसा हारता गया. पत्नी मायके गई हुई थी, इसलिए उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
मृतक दीपक कुमार गुप्ता की भतीजी साक्षी ने बताया, ‘चाचा जी की तीनों बेटियां आंगन में सोई हुई थीं. कुछ देर बाद वह आए व उन्हें कमरे में ले गए. इके बाद वह दादी के कमरे में टीवी देखने लगे. कुछ देर बाद उनकी छोटी बेटी रिया आई व दादी से बोली की पापा ने हमें कुछ पिला दिया है. इस पर दादी कमरे में गईं व तीनों बेटियों व चाचा जी को लेकर बाहर आईं. पर, चाचा जी बहाना बनाकर टॉइलट चले गए व उधर, उनकी बेटियों को उल्टी प्रारम्भ हो गई.‘
साक्षी के मुताबिक आसपास के लोग चारों को लेकर लोकल कबीरचौरा अस्पताल भागे. बाद में उपचार के दौरान सभी की मृत्यु हो गई. पड़ोसियों का बोलना है कि दीपक व उसकी पत्नी के बीच हर दिन झगड़ा भी होता था. इस वजह से भी दीपक तनाव में था.
उधर, सट्टे में अधिक पैसा पराजय जाने के बाद लोन के बोझ के चलते दीपक ने बच्चों के साथ खुद को समाप्त करने का फैसला लिया. बताया जा रहा है कि दीपक ने बच्चों को खाने में जहर मिलाकर दे दिया व खुद भी जहर खाकर जान दे दी. हालांकि लोकल लोगों के मुताबिक मृत्यु से एक दिन पहले ही दीपक ने अपनी पत्नी को मायके छोड़ा था.
पुलिस कर रही पूछताछ
उधर, ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मुद्दा पंजीकृत कर जाँच प्रारम्भ कर दी है. पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ करने में जुटी है.