एक हिन्दू लड़की को अगवा कर कराया गया धर्म परिवर्तन, तीन दिन में दूसरा मुद्दा

 पाक के सिंध प्रांत में रेणुका कुमारी नाम की एक हिन्दू लड़की को अगवा कर उसका जबरन धर्म बदलाव कराने का मुद्दा शनिवार को सामने आया. हिन्दुओं के अधिकारों के लिए कार्य करने वाले ऑल पाक हिन्दू पंचायत संगठन ने फेसबुक पोस्ट में इसका दावा किया है. इससे पहले पिछले गुरुवार को पंजाब प्रांत से भी ऐसा ही मुद्दा सामने आया था.

रेणुका को सिंध प्रांत के सुक्कुर स्थित उसके कालेज इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (आईबीए) से अगवा किया गया. वह बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशनकर रही थी. लड़की 29 अगस्त को अपने घर से कॉलेज के लिए निकलने के बाद से लापता है. अभी तक लड़की अपने परिजनों के पास नहीं लौटी है.

लड़की के पीटीआई कार्यकर्ता के घर पर होने की आशंका
लड़की के भाई विनेश ने न्यूजएजेंसी को बताया कि उसकी बहन अपने साथ पढ़ने वाले बाबर अमन से प्रेम करती थी  विवाह करने के बाद अब वह दोनों सियालकोट में हैं. सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि लड़की वैसे पाक तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ता मिर्जा दिलावर बेग के घर पर है. इसी क्रम में पुलिस ने अमन के भाई को शनिवार की रात अरैस्ट कर लिया.

तीन दिन मेंपाकिस्तान में यह दूसरा मामला

इससेपहले,पंजाब प्रांत स्थित एक गुरुद्वारा के ग्रंथी की लड़की को बंदूक दिखाकर अगवा करने  उसका जबरन धर्म बदलाव कराने का मुद्दा भी सामने आया था. जगजीत कौर के पिता  भाई ने पाक के पीएम  पंजाब के गवर्नर से मुलाकात कर उसे वापस घर लाने में मदद मांगी थी.

सामने आया पाक का दोहरा मापदंड
मौजूदा समय में पाक अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर हिंदुस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव होने का आरोप लगाया है. विशेषकर जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही लगातार पाक वहां पर मुस्लमानों के साथ अत्याचार होने की बात कह रहा है. ऐसे में इन दो मामलों के सामने आने से पाक का दोहरा मापदंड सामने आया है.

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी मुद्दा उठाया था

पाकिस्तानमें लगातार अल्पसंख्यकों के साथ जबरन धर्म बदलाव का मुद्दा सामने आता रहा है. इससे पहले, इसी वर्ष मार्च मेंपाकिस्तान में दो हिंदू लड़कियों को अगवा करके विवाह करने  जबरन धर्म बदलाव कराने का का मुद्दा विवादित रहा था. पूर्वविदेश मंत्री सुषमा स्वराज नेपाकिस्तान को इस मुद्दे में हस्तक्षेप करने की मांग की थी. इसके बाद पाक ने इसे आंतरिक मुद्दा बताया था.